अगर आप भी स्मॉल सेविंग स्कीम्स (Small Saving Schemes) में पैसा इन्वेस्ट करते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। सरकार ने गुरुवार को तीसरी तिमाही के लिए योजनाओं पर नई ब्याज दरें जारी की है। आइए जानते हैं किस योजना में कितनी होगी नई ब्याद दर।
नई दिल्ली। अगर आप भी स्मॉल सेविंग स्कीम्स (Small Saving Schemes) में पैसा इन्वेस्ट करते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। सरकार पोस्टऑफिस की कई छोटी बचत योजनाओं जैसे सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों पर हर तीन महीने में समीक्षा करती है। सरकार ने गुरुवार को तीसरी तिमाही के लिए इन योजनाओं पर नई दरें जारी की है। इस दौरान कुछ लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 0.3% की बढ़ोतरी की है।
3 साल की जमा पर अब इतना ब्याज :
नई दरों के मुताबिक, पोस्टऑफिस में तीन साल की जमा पर अब 5.8% ब्याज मिलेगा। अभी तक यह 5.5% था। यानी चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ब्याज दर में 0.3 फीसदी की वृद्धि होगी। वहीं, अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही के लिए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) पर अब 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। अभी तक इस स्कीम में 7.4 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
NPS Rule Change 2022: नेशनल पेंशन योजना में निवेश से पहले जान लें ये 5 नए नियम, क्या होगा असर?
किसान विकास पत्र में अब इतना ब्याज मिलेगा :
इसी तरह किसान विकास पत्र (KVP) के लिए सरकार ने इसकी अवधि और ब्याज दर दोनों में संशोधन किया है। किसान विकास पत्र पर ब्याज अब 7 फीसदी होगा, जो पहले 6.9 फीसदी था। वहीं, अब यह 124 महीने के बजाए 123 महीने में मैच्योर हो जाएगा।
PPF वालों को हो सकती है निराशा :
हालांकि, नौकरी करने वाले लोगों के बीच सबसे पॉपुलर बचत योजना पीपीएफ (PPF) पर ब्याज दर को सरकार ने 7.1 फीसदी पर यथावत रखा है। यानी इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। वहीं, सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर भी पहले की तरह ही 7.6% ही रखी गई है।
हर 3 महीने में होती है लघु बचत योजनाओं की समीक्षा :
सरकार हर तीन महीने में लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की समीक्षा करती है। इस दौरान ब्याज दर को बढ़ाने, घटाने या स्थिर रखने पर विचार किया जाता है। वित्त मंत्रालय द्वारा इस बार दरें अक्टूबर से दिसंबर 2022 की तिमाही के लिए तय की गई हैं।
ये भी देखें :
टैक्स बचाने के साथ चाहते हैं अच्छा रिटर्न तो इन स्कीम्स में लगाएं पैसा, निवेश में कोई जोखिम भी नहीं
4 फीसदी DA बढ़ने के बाद कितनी बढ़ेगी केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी, ऐसे समझें इसका गणित