एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने गुरुवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संकट में फंसे लक्ष्मी विलास बैंक (Laxmi Vilas Bank) के बारे में जो निर्णय लया गया है, उससे बैंकिंग क्षेत्र में स्थिरता आएगी।
बिजनेस डेस्क। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने गुरुवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा संकट में फंसे लक्ष्मी विलास बैंक (Laxmi Vilas Bank) के बारे में जो निर्णय लिया गया है, उससे बैंकिंग क्षेत्र में स्थिरता आएगी। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि इससे समस्या को काबू में करने और बैंकिंग सिस्टम में स्थिति सामान्य बनाए रखने में मदद मिलेगी।
विलय है बेहतर समाधान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लक्ष्मी विलास बैंक (Laxmi Vilas Bank) के डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (DBIL) के साथ विलय का प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव के तहत डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड सिंगापुर स्थित डीबीएस बैंक (DBS Bank) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई बन जाएगा। डीबीएस बैंक का नाम पहले डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर (Development Bank of Singapore) था। इसके 25 से ज्यादा देशों में ब्रांच हैं। भारत में इस बैंक के 12 ब्रांच हैं। रिजर्व बैंक की व्यवस्था के तहत डीबीएस बैंक लक्ष्मी विलास बैंक में 2,500 करोड़ रुपए की पूंजी लगाएगा।
क्या कहा एसएंडपी ने
एसएंडपी (S&P) ने कहा कि यह सौदा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए सकारात्मक है और इससे लक्ष्मी विलास बैंक को राहत मिलेगी। ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी ने कहा कि वित्तीय संकट में फंसे लक्ष्मी विलास बैंक की समस्या का सही समाधान यही था, जो रिजर्व बैंक ने किया है। एजेंसी ने इसे एक ऐसी व्यवस्था बताया जो बैंकिंग सेक्टर के लिए हर लिहाज से अच्छी है।
डीबीएस से जुड़ कर मिलेगी मजबूती
अमेरिका स्थित रेटिंग एजेंसी एसएंडपी (S&P) ने कहा है कि रिजर्व बैंक ने डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (DBIL) के साफ-सुथरे कारोबार और मार्केट कैपिटलाइजेशन को ध्यान में रख कर विलय की यह व्यवस्था की है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि उसका हमेशा से मानना है कि भारत सरकार बैंकिंग क्षेत्र के लिए मददगार है और वह हमेशा कमजोर बैंक का मजबूत बैंक के साथ विलय को बढ़ावा देती है।