बीबीएमपी के लिए रखा गया 10484 करोड़ रुपए बजट, प्रोप्रटी टैक्स कलेक्शन पर दिया जाएगा जोर

बीबीएमपी बजट ने इस वर्ष कुल राजस्व संग्रह 10,484 करोड़ रुपए का अनुमान लगाया है और इसी अवधि के दौरान कुल व्यय 10,480 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।

Saurabh Sharma | Published : Apr 4, 2022 10:05 AM IST

बिजनेस डेस्क। 31 मार्च 2022 को जनता के लिए जारी बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) बजट ने इस वर्ष कुल राजस्व संग्रह 10,484 करोड़ रुपए का अनुमान लगाया है और इसी अवधि के दौरान कुल व्यय 10,480 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। अनुमान के अनुसार, सार्वजनिक कार्यों के लिए 4,838.26 रुपए करोड़ के खर्च का लगभग 46 फीसदी आवंटित किया गया है, रखरखाव के लिए 30 फीसदी यानी 3,148.12 करोड़ रुपए और कर्मियों के खर्चों के लिए 12 फीसदी यानी 1,234.72 करोड़ अलग रखा गया है।

प्रोपर्टी टैक्स कलेक्शन पर होगा जोर
बजट में प्रोप्रटी टैक्स कलेक्शन पर जोर दिया गया है। जिसका न्यूनतम 1,500 करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बजट में भी उल्लेख किया गया है कि संपत्ति कर का भुगतान ना करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। यह कर के लिए वाणिज्यिक, कॉर्पोरेट और सरकारी खंड को ट्रैक करने और बड़े भुगतानकर्ताओं से कर के बेहतर संग्रह में मदद करने के लिए एक अच्छी पहल है और यह बीबीएमपी के लिए लंबे समय से बकाया राशि के संग्रह में भी सक्षम होगा।

Latest Videos

यह भी पढ़ेंः- पीएनबी ने 10 लाख रुपए या उससे ज्यादा चेक क्लीयरेंस पर निमयों में किया बदलाव,  जानिए क्या देनी होगी जानकारी

क्या कहते हैं जानकार
एनबीएफ के महाप्रबंधक विनोद जैकब ने कहा कि बीबीएमपी ने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत से कुछ घंटे पहले बजट प्रतियां जारी कीं। बीबीएमपी अधिनियम की धारा 196 के अनुसार, स्थानीय निकाय के बजट की घोषणा अगले वित्तीय वर्ष की शुरुआत से कम से कम तीन सप्ताह पहले की जानी चाहिए। बेंगलुरू राज्य की राजधानी और एक प्रमुख राजस्व जनरेटर होने के नाते, शहर के बजट की योजना अधिक सावधानी से बनाई जानी चाहिए।

यह भी पढ़ेंः- मर्जर के ऐलान से एचडीएफसी ट्विन्स बनी देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी, रतन टाटा की सबसे बड़ी कंपनी को हुआ नुकसान

बीबीएमपी को बेहतर योजना बनाने और बजट के क्रियान्वयन में शामिल होना चाहिए। शहरों पर सड़कों, पार्कों, कचरा, तूफान के पानी की नालियों, बाढ़, झीलों, शौचालयों जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना और बेंगलुरु के नागरिकों के लिए समाधान खोजने के लिए तेजी से महत्वपूर्ण हो गया है। लोक निर्माण विभाग पर परिव्यय हमेशा से ही बहुत अधिक रहा है, लेकिन शहर के बुनियादी ढांचे में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है।

Share this article
click me!

Latest Videos

Tulsi Vivah 2024: कब है तुलसी विवाह, जानें पूजन का महत्व और शुभ मुहूर्त
LIVE: प्रियंका गांधी ने तिरुवंबदी के कोडेनचेरी में सुखनेर सभा को संबोधित किया
यूपी मदरसा कानून पर आ गया 'सुप्रीम' फैसला, लाखों छात्रों का जुड़ा था भविष्य । SC on UP Madarsa
Almora Bus Accident: मंजिल तक पहुंचने से पहले ही खत्म हुए सफर... जानें क्यों तनाव में था ड्राइवर
इस एक वजह से बदली गई यूपी-पंजाब और केरल उपचुनाव की तारीख, जानिए क्या है नई डेट