देश की सबसे बड़ी टेक कंपनी टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस (TCS) ने मार्केट कैप के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) को पीछे छोड़ दिया। इसके पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड इस मामले में देश की सबसे बड़ी कंपनी थी।
बिजनेस डेस्क। देश की सबसे बड़ी टेक कंपनी टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस (TCS) ने मार्केट कैप के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) को पीछे छोड़ दिया। इसके पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड इस मामले में देश की सबसे बड़ी कंपनी थी। 25 जनवरी, सोमवार के शेयर बाजार कारोबार में टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में सबसे बड़ी घरेलू कंपनी बन गई। 25 जनवरी के कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में भारी गिरावट का टीसीएस को फायदा मिला है। शेयर में गिरावट के चलते रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 12.50 लाख करोड़ रुपए से नीचे आ गया।
टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस हुई आगे
दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 4 फीसदी से ज्यादा टूट कर 1953 रुपए के भाव पर आ गया है। सोमवार सुबह 10.30 बजे तक रिलायंस का मार्केट कैप घटकर 12.45 लाख करोड़ रुपए के करीब रह गया। वहीं, टीसीएस के शेयरों में करीब 1 फीसदी की तेजी आई है और शेयर शुक्रवार के बंद भाव 3303 रुपए के मुकाबले 3345 रुपए पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का मार्केट कैप 12.48 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है।
पिछले 3 महीने में रिलायंस में आई गिरावट
बता दें कि पिछले 3 महीने में टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस के शेयरों में तेजी दिख रही है। इस दौरान टीसीएस का शेयर करीब 24 फीसदी मजबूत हुआ है। 26 अक्टूबर, 2020 से 25 जनवरी, 2021 के बीच कंपनी का शेयर 2688 रुपए से बढ़कर 3345 रुपए पर आ गया। वहीं, इस दौरान रिलायंस के शेयर में करीब 4 फीसदी की गिरावट रही। इस दौरान रिलायंस का शेयर 2028 रुपए से घट कर 1953 रुपए के स्तर पर आ गया।
रिलायंस में गिरावट की क्या रही वजह
दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। रिलायंस के जियो का बिजनेस भी पहले के मुकाबले सुस्त रहा है। इस वजह से निवेशक बिकवाली कर रहे हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज का रेवेन्यू मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में गिरकर 1.28 लाख करोड़ पर पहुंच गया, जो 1 साल पहले 1.57 लाख करोड़ पर था। रिलायंस जियो की सब्ससक्राइबर ग्रोथ भी कम रही है।