नहीं बिक पा रहे तैयार घर बने रियल एस्टेट बाजार की बड़ी समस्या, त्योहारी सीजन से मार्केट को है उम्मीद

भारतीय रियल एस्टेट बाजार में बिना बिके घर बड़ी समस्या है। अधिक कीमत होने के चलते लोग घर नहीं खरीद पा रहे हैं। बाजार को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन में बिना बिके घरों की संख्या में कमी आएगी।

Asianet News Hindi | Published : Oct 20, 2022 8:48 AM IST

नई दिल्ली। भारतीय रियल एस्टेट बाजार में अनसोल्ड इन्वेंट्री (ऐसे घर जो बनने के बाद भी बिक नहीं पाए) सबसे गंभीर समस्याओं में से एक रही है। विडंबना यह है कि बड़े पैमाने पर घर की कमी वाले देश में बिना बिके आवास की कमी की समस्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र में 30 मिलियन से अधिक घरों की कमी है। इसके बाद भी टॉप 10 शहरों में बिना बिके हाउसिंग यूनिट्स की संख्या करीब 7 लाख है।

टॉप 10 के बाद बचे 30 बड़े शहरों में यह संख्या करीब 14 लाख है। कोलियर्स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च 2022 तक आठ शहरों में बिना बिके घर 9.01 लाख थे। भारतीय रियल एस्टेट बाजार में बिना बिके घरों के रह जाने के कई वजह हैं। 

अफोर्डेबिलिटी है बड़ी परेशानी
भारत में घर नहीं बिक पाने की सबसे बड़ी वजह अफोर्डेबिलिटी है। मुख्य समस्या तब शुरू हुई जब उपभोक्ताओं की मांग 1.5 बीएचके और 2 बीएचके घरों की थी, लेकिन डेवलपर्स ने 3 बीएचके और 4 बीएचके अपार्टमेंट की पेशकश की। मिडिल क्लास के लोगों को किफायती घर की जरूरत थी। घर के मालिकों को भी कानूनी निवारण के लिए लगभग कोई विकल्प नहीं होने के कारण अपनी संपत्ति को हासिल करने में देरी का सामना करना पड़ता है। इसके चलते घर खरीदने से पहले लोग कीमतों में कमी का इंतजार करते हैं।

त्योहारी सीजन से है उम्मीद
रियल एस्टेट बाजार को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन में बिना बिके घरों की संख्या में कमी आएगी। बिना बिके घरों को बेचने के लिए रियल एस्टेट बाजार त्योहारी सीजन (जैसे दिवाली) पर बड़ा दांव लगा रहा है। डेवलपर लंबे समय तक लॉकडाउन के कारण हुए अपने अधिकांश नुकसान से उबरने के लिए तैयार हैं। त्योहारों का मौसम आदर्श समय होता है जब मांग में परिवर्तन होता है, ग्रामीण और शहरी भारत में लोग घर खरीदने का फैसला करते है। साथ में कुछ खरीदारी दिवाली को निवेश के लिए सबसे शुभ समय मानते हैं।

एनारॉक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, त्योहारी सीजन में 2021 की चौथी तिमाही के दौरान डेवलपर्स ने करीब 91,000 यूनिट्स की बिक्री की। संपत्ति अधिग्रहण और डेवलपर लागत और ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद विशेषज्ञों को 2022 में भी इस गति को जारी रखने की उम्मीद है।
 

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मिल रहे आकर्षक ऑफर
अर्बन एक्सिस इंफ्राटेक लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शशांक गुप्ता ने कहा कि " रिकवरी करने के लिए, डेवलपर्स और वित्तीय संस्थान त्योहारों के महीनों के दौरान अनसोल्ड इन्वेंट्री की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए और अधिक बेहतर बनाने के लिए होमबॉयर्स के लिए आकर्षक छूट और सौदे (जैसे नकद छूट, बेहतर ईएमआई भुगतान विकल्प, आदि) शुरू कर रहे हैं। इसके साथ ही, लग्जरी और प्रीमियम हाउसिंग सेगमेंट में भी कोविड के बाद भी तेजी देखी जा रही है। कीमतों में वृद्धि और 40 बीपीएस रेपो दर बढ़ने के बावजूद शीर्ष भारतीय शहरों में आवास की बिक्री चरम पर है। इस तरह से त्योहारी सीजन भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में चमक ला रहा है, और अधिक घर खरीद सौदे को सील करने के लिए आगे आ रहे हैं।"

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