'अग्निपथ' बवाल के बीच जज्बे वाली खबर : भीख मांग, कूड़ा उठा पढ़ाई करने वाला शेर अली बनना चाहता है अग्निवीर

शेर अली जिस बस्ती में रहता है, वहां किसी ने भी आज तक हाईस्कूल की परीक्षा ही नहीं पास की। बस्ती में 40 परिवार रहते हैं। सदर इलाके में माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास की झुग्गी बस्ती में वह रहता है। अब वह वहां के बच्चों का रोल मॉडल बन गया है।

Asianet News Hindi | Published : Jun 20, 2022 7:15 AM IST / Updated: Jun 20 2022, 12:59 PM IST

आगरा : उत्तर-प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) का शेर अली खान.. उम्र 17 साल, हौसला ऐसा कि चट्टान की मजबूती भी कम पड़ जाए। माता-पिता और आठ भाई-बहनों के साथ छोटी सी झोपड़ी में रहने वाला यह लड़का, अपनी मेहनत के दम पर 10वीं (UP Board 10th Result 2022) की परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन में पास होकर बता दिया कि इरादे मजबूत हो तो कुछ भी किया जा सकता है। जिस झोपड़ी में कभी मोमबत्ती की रोशनी भी कम पड़ती थी। भीख मांगकर जहां गुजर-बसर होता है, वहां शिक्षा का ऐसा दीया जला कि हर तरफ उजियारा हो गया। इस वक्त जब देश में सेना में भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ (Agnipath scheme) को लेकर बवाल चल रहा है। सोमवार को भारत बंद बुलाया गया है तब शेर अली ने इच्छा जताई है कि वह अग्निवीर बनकर देश की सेवा करना चाहता है।

अग्निवीर बनना चाहता है शेर अली
शेर अली खान की झोपडी का कमरा 8 फीट लंबा और सिर्फ आठ फीट चौड़ा है। इसी में पूरा परिवार रहता है। उसकी झुग्गी में लाइट तक की व्यवस्था नहीं है। शेर अली ने सड़कों पर भीख मांगकर, कूड़े उठाकर अपनी पढ़ाई की फीस भरी। जब रिजल्ट आया तो उसने 63 प्रतिशत अंक हासिल किए। शेर अली पढ़ाई के साथ ही खेलकूद में भी अव्वल है। कई मेडल भी उसने अपने नाम किए हैं। जिस झुग्गी में आजतक किसी ने हाईस्कूल की पढ़ाई नहीं कि वहां फर्स्ट डिवीजन पास शेर अली झुग्गी के लड़कों का रोल मॉडल बन गया है। अब वह अग्निवीर बनकर देश की सेवा करना चाहता है।

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आर्मी में जाना सपना
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए शेर अली ने बाल अधिकार के लिए काम करने वाले नरेश पारस को अपनी सफलता का श्रेय दिया। उसने बताया कि आज मेरे जो भी नंबर आए हैं, वह उन्हीं की बदौलत। उन्होंने ही मेरे अंदर आत्मविश्वास भरा। मेरा सपना है कि मैं आर्मी में जाकर देश की सेवा करूं। शेर अली को सबसे ज्यादा नंबर इंग्लिश में मिले है। इस सब्जेक्ट में उसने 100 में से 80 नंबर हासिल किए है। माता-पिता बेटे की सफलता से काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि कैसे मोमबत्ती की रोशनी में पढ़कर शेरअली ने कठिनाई से यह परीक्षा दी है। 

सिर्फ पढ़ाई ही नहीं यहां भी अव्वल
समाजसेवी नरेश पारस ने अली की तारीफ करते हुए कहा, कि उसके अंदर काफी क्षमता है। बस जरुरत है, उसे सही दिशा में ले जाने की। पढ़ाई के साथ ही साथ अली स्पोर्स्ट्स में भी काफी अच्छा है। उसने एथलीट्स, वेटलिफ्टिंग जैसे खेल में कई अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्होंने बताया कि अब शेर अली को थिएटर और डांसिंग भी सिखाया जा रहा है। वह ताज महोत्सव में भी पार्टिसिपेट कर चुका है लेकिन आर्मी में जाकर देश सेवा करना उसका सपना है।

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