ऑस्ट्रेलिया का 'हीरो' बना भारतीय मूल का यह सिख, संकट के वक्त दिखाया ऐसा जज्बा अब मिल रही तारीफ

मीत अमर सिंह को न्यू साउथ वेल्स सरकार ने ‘लोकल हीरोज' की कैटगरी में यह पुरस्कार दिया है। अवॉर्ड की घोषणा 3 नवंबर, 2022 को की गई थी। यह अवॉर्ड ऑस्ट्रेलिया में सेवा के महत्व के साथ उपलब्धियों का प्रतीक माना जाता है।

Asianet News Hindi | Published : Nov 15, 2022 6:59 AM IST / Updated: Nov 15 2022, 12:43 PM IST

करियर डेस्क : भारतीय मूल के सिख स्वयंसेवक मीत अमर सिंह (Meet Amar Singh) को बिना स्वार्थ लोगों की मदद करने के लिए ‘2023 न्यू साउथ वेल्स ऑस्ट्रेलियन ऑफ द ईयर अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। न्यू साउथ वेल्स सरकार ने इस सिख स्वयंसेवक को ‘लोकल हीरोज' की कैटगरी में यह पुरस्कार दिया। इस अवॉर्ड की घोषणा बीते 3 नवंबर, 2022 को की गई थी। यह अवॉर्ड ऑस्ट्रेलिया (Australian) में लोगों की सेवा के महत्व के साथ-साथ उपलब्धियों को भी दिखाता है.

जातिगत टिप्पणियां झेली लेकिन मदद करते रहे
ऑस्ट्रेलिया में रहते हुए पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने की वजह से जातिगत टिप्पणियों को झेलने के बावजूद, इस सिख ने बाढ़ और जंगल में आग लगने पर लोगों को बचाया। इसलिए, ऑस्ट्रेलिया में उनके समपर्ण को स्वीकार किया और सम्मानित किया। ऑस्ट्रेलिया में रहने के दौरान, अमर सिंह नाम के भारतीय सिख को अपने धर्म के मुताबिक पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने की वजह से जातिगत टिप्पणियां झेलनी पड़ीं। इसके बावजूद, भारतीय मूल के इस सिख स्वयंसेवक ने ऑस्ट्रेलिया में बाढ़, जंगल में आग लगने, सूखा पड़ने, और वैश्विक महामारी के दौरान लोगों की खुले दिल से मदद की। उन्होंने न किसी से नाम पूछा और न ही किसी का धर्म।

‘टर्बन्स 4 ऑस्ट्रेलिया' ने मदद का हाथ बढ़ाया
41 साल के भारतीय मूल के सिख अमर सिंह ने करीब सात साल पहले ही लोगों की सेवा के लिए ‘टर्बन्स 4 ऑस्ट्रेलिया' संस्था की स्थापना की थी। इसके तहत, वे सिख लोगों की एक टीम बनाकर मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करते हैं। उनके इसी सेवाभाव के लिए उन्हें इस सम्मान का हकदार माना गया और इससे सम्मानित किया गया।

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