नौकरी करते हैं तो यह खबर आपके लिए : वर्कलोड से बढ़ रहीं ये समस्याएं, वक्त रहते संभल जाएं !

नौकरी करने वाले कर्मचारियों में तनाव होना एक बड़ी समस्या है। एक सर्वे के मुताबिक, काम के दौरान प्रेशर और वर्कलोड की वजह से कई तरह की समस्याएं हो रही हैं। इससे एम्प्लाईज के काम करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 7, 2022 11:18 AM IST

करियर डेस्क : यह खबर नौकरी पेशा लोगों के लिए है। एक सर्वे में सामने आया है कि कई लोग नौकरी के दौरान ज्यादा स्ट्रेस (Stress) लेते हैं, यह उनके लिए किसी भी तरह से ठीक नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अपने काम को लेकर तनाव में रहने से कर्मचारियों की सेहत (Health) पर बुरा असर हो रहा है। उनकी मानसिक स्थिति भी प्रभावित हो रही है। यही कारण है कि उनकी वर्क एफिशिएंसी भी कम हो रही है। इस रिपोर्ट में जो आंकड़ा बताया गया है वह चौंकाने वाला है। इसके मुताबिक, सर्वे के दौरान पार्टिसिपेट करने वाले 77 प्रतिशत लोगों ने माना कि काम के तनाव के चलते उन्हें एंजाइटी (Anxiety) और डिप्रेशन (Depression) की समस्या होने लगी है। आइए जानते हैं क्या कहता है यह सर्वे...

काम से जुड़ी हैं ये समस्याएं
यह सर्वे एचआर सोलूशन्स प्रोवाइड जीनियस कंसल्टेंट्स (​HR Solutions Supplier Genius Consultants) की तरफ से किया गया है। जिसमें बताया गया है कि सर्वे के दौरान 14 प्रतिशत ऐसे लोग रहें, जो पूरी तरह न्यूट्रल रहे और 9 प्रतिसत लोगों ने इससे इनकार किया है। सर्वे 5 सितंबर से 15 अक्टूबर 2022 तक की गई। इसमें कुछ खास सेक्टर को शामिल किया गया। जिसमें बैंकिंग, वित्त, निर्माण, इंजीनियरिंग, शिक्षा, एफएमसीजी, हॉस्पिटैलिटी, मानव संसाधन समाधान, आईटी, आईटीईएस और बीपीओ, लॉजिस्टिक और मैनुफैक्चरिंग जैसे सेक्टर को शामिल किया गया। कुल 1,380 कर्मचारियों के बीच हुए इस सर्वे से जो रिपोर्ट निकलकर आई, उसके मुताबिक 82 प्रतिशत पार्टिसिपेंट्स ने बताया कि इम्यूनोडिफिशिएंसी, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और मस्कुलोस्केलेटल जैसी समस्याएं काम के दौरान होने वाले तनाव की वजह से हैं।

काम का प्रेशर मानसिक स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं
इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 73 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं, जो तनाव को दूर करने के लिए छोटी सी झपकी लेने की सलाह देते हैं। 18 प्रतिशत लोग इसको लेकर कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं, जबकि 9 प्रतिशत ने इससे साफ-साफ इनकार किया। वहीं कुछ कर्मचारियों का यह भी मानना है कि वर्किंग डे को कम कर इस समस्या से निजात मिल सकती है। इनकी संख्या 68 प्रतिशत है। इस सर्वे में ज्यादातर कर्मचारियों का मानना है कि काम का तनाव या प्रेशर मानसिक स्थिति के लिए ठीक नहीं है।

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