मंगलवार को बारहवीं कक्षा की इतिहास की परीक्षा थी जबकि दसवीं कक्षा के किसी भी विषय की परीक्षा नहीं थी।
नई दिल्ली. हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की परीक्षा में 98 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए। मंगलवार को बारहवीं कक्षा की इतिहास की परीक्षा थी जबकि दसवीं कक्षा के किसी भी विषय की परीक्षा नहीं थी।
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ आज की इतिहास की परीक्षा उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में दिल्ली, पूरे भारत एवं विदेशी केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गयी। उत्तर पूर्वी दिल्ली के केंद्रों पर आज विद्यार्थियों की 98.33 फीसद उपस्थिति रही। अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों में ज्यादातर निजी परीक्षार्थी थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बोर्ड उन्हें सहयोग पहुंचाने, यदि कोई जरूरत हो तो, उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रहा है ताकि वे यथाशीघ्र परीक्षा में शामिल हो पायें।’’
सीबीएसई ने रविवार को कहा था कि परीक्षा में और देरी करने से विद्यार्थियों के मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के मौके प्रभावित हो सकते हैं। वैसे वह उन विद्यार्थियों के लिए फिर से परीक्षा कराने के लिए तैयार है जो परीक्षा नहीं दे पाये हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली में विद्यालय सात मार्च तक बंद हैं।
(ये खबर न्यूज एजेंसी भाषा की है, एशियानेट ने सिर्फ इसकी हैडालाइन में बदलाव किया है।)