कांग्रेस सांसद ने शिक्षा मंत्री को जेईई मेन और एडवांस की पात्रता मानदंड में छूट देने के लिए पत्र लिखा था, क्योंकि उम्मीदवारों को पिछले साल की जेईई मेन और एडवांस परीक्षा के दौरान कई मुद्दों का सामना करना पड़ा था।
एजुकेशन डेस्क। जेईई मेन 2023: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि जेईई मेन और एडवांस परीक्षा के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में एक बार की छूट के अनुरोध को आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को भेज दिया गया है। प्रधान कांग्रेस सांसद कार्ति पी. चिदंबरम की ओर से भेजे गए पत्रों का जवाब दे रहे थे। प्रधान ने चिदंबरम के पत्र के जवाब में कहा, 2023 में जेईई मेन और एडवांस परीक्षा में बैठने वाले सभी छात्रों के लिए पात्रता मानदंड में छूट के संबंध में 2 दिसंबर 2022 और 15 दिसंबर 2022 के आपके पत्र के लिए धन्यवाद। यह मामला आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को भेज दिया गया है।
बता दें कि कांग्रेस सांसद ने शिक्षा मंत्री को जेईई मेन और एडवांस की पात्रता मानदंड में छूट देने के लिए पत्र लिखा था, क्योंकि उम्मीदवारों को पिछले साल की जेईई मेन और एडवांस परीक्षा के दौरान कई मुद्दों का सामना करना पड़ा था। जून-जुलाई में आयोजित जेईई मेन परीक्षा 2022 के दोनों सत्र और अगस्त में आयोजित जेईई एडवांस परीक्षा 2022 में तकनीकी गड़बड़ियां थी। कई छात्र परीक्षा में बैठने में असमर्थ थे, क्योंकि उनका परीक्षा केंद्र अंतिम क्षण में बिना किसी पूर्व सूचना के एसएमएस या ईमेल के माध्यम से बदल दिया गया था।
एज क्राइटेरिया के संस्थानों की ओर से घोषित नियम
15 दिसंबर को प्रधान को लिखे पत्र में कांग्रेस सांसद ने कहा था, 2020 में 12वीं कक्षा वाले छात्रों के लिए यह अंतिम प्रयास था और 2021 में स्नातक करने वालों के लिए जेईई एडवांस्ड 2022 आईआईटी प्रवेश परीक्षा में उनका अंतिम प्रयास था, इसलिए इन परीक्षाओं में शामिल होने के लिए योग्यता मानदंड में छूट दी जानी चाहिए। इस वर्ष के नियमों के अनुसार, 2021-22 में कक्षा 12 पास करने वाले या 2023 में इसके लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवार जेईई मेन 2023 में भाग ले सकते हैं। हालांकि, जेईई मेन 2023 में उपस्थित होने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। छात्रों को प्रवेश देने के लिए संस्थानों द्वारा उम्मीदवारों को निर्धारित एज क्राइटेरिया यानी आयु मानदंड को पूरा करने की जरूरत हो सकती है।
कोविड को देखते हुए तीन साल के लिए हटा दिया गया था नियम
इसके अलावा एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन में क्वालीफाई करने के बाद इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए 75 प्रतिशत अंक का नियम भी वापस लाया है। उम्मीदवारों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी), भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईआईटी) में प्रवेश के लिए जेईई मेन में क्वालिफाई करने के अलावा, अपनी कक्षा 12 की अंतिम परीक्षा में कम से कम 75 प्रतिशत अंक (एससी, एसटी के लिए 65 प्रतिशत) प्राप्त करने की जरूरत है। बता दें कि COVID-19 महामारी को देखते हुए इस नियम को JEE Main 2020-21 और 22 से हटा दिया गया था। सरकारी कॉलेजों में जेईई मेन आधारित इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए केवल प्रवेश परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक और कक्षा 12 पास प्रमाण पत्र की जरूरत थी।
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