Delhi Schools Reopen: दिल्ली में फिर खुले स्कूल, छात्रों में दिखा उत्साह, प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

दिल्ली में सितंबर में नौवीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले गए थे, और तब से सरकारी स्कूलों में 80 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति दर्ज की जा रही है। कोरोना के कम होते मामलों के बीच अब एक बार फिर से स्कूल खोले गए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 1, 2021 3:48 AM IST

करियर डेस्क.  दिल्ली में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के कम होते मामलो को बीच एक बार फिर से सभी क्लास के स्कूल खुल (Delhi schools reopen ) गए हैं। सोमवार से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सभी कक्षाओं के लिए के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। शिक्षा निदेशालय (Directorate of Education) के नोटिफिकेशन के अनुसार, स्कूलों के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्र माता-पिता की सहमति से ही स्कूल में उपस्थित हों। इसके साथ यह भी सुनिश्चित करना है कि 50 प्रतिशत से अधिक छात्रों को एक ही दिन में स्कूलों में नहीं बुलाया जाए।

 

 

शिक्षा निदेशालय के सर्कुलर के अनुसार COVID-19 उपयुक्त व्यवहार के बाद क्लास और प्रयोगशालाओं की क्षमता के अनुसार टाइम टेबल बनाया जाएगा। कक्षाओं और स्कूल के मुख्य प्रवेश द्वार और निकास द्वार पर भीड़ से बचने के लिए स्कूल का कार्यक्रम अस्त-व्यस्त हो सकता है ऐसे में भीड़भाड़ से बचने के लिए लंच ब्रेक को में भी भीड़ को इकट्टा होने से बचाना होगा। स्कूल में ऑनलाइ और ऑफलाइन भी शिक्षण कार्य जारी रहेगा। 

छात्रों में दिखा उत्साह
एक छात्रा दिव्या शर्मा ने कहा, "मुझे यहां आकर अच्छा लग रहा है। ऑनलाइन क्लास भी अच्छी थी। हमें स्कूल के अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से अपने हाथों को साफ करने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। वहीं, एक और अन्य छात्र ने कहा, मैं दो साल के लिए स्कूल नहीं आ पाया हूं। अब मुझे स्कूल आकर खुशी हो रही है। छात्र ने कहा कि एक बार फिर से मुझे स्कूल आकर पढ़ने का मौका मिलेगा। 

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सिंतबर में खोले गए थे स्कूल
दिल्ली में सितंबर में नौवीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले गए थे, और तब से सरकारी स्कूलों में 80 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति दर्ज की जा रही है। निजी स्कूल माता-पिता को सहमति फॉर्म भेजने की प्रक्रिया में हैं और उनमें से अधिकतर दिवाली के बाद अपनी कार्य योजना तय करेंगे। इस बार भी कहा गया है कि किसी भी छात्र को उसके पैरेंट्स की बिना अनुमति के नहीं बुलाया जाएगा।

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