कोरोना के विश्वव्यापी संकट का असर अर्थव्यवस्था पर दिखाई पड़ने लगा है। दुनिया भर के आर्थिक विशेषज्ञों ने कोरोना के कारण दुनिया भर में भारी मंदी फैलने की आशंका जताई है। इस बीच, कुछ कंपनियों ने आईआईटी और दिल्ली यूनिविर्सिटी के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट का ऑफर दिया था, वे अब इससे मुकरने लगी हैं।
करियर डेस्क। कोरोना के विश्वव्यापी संकट का असर अर्थव्यवस्था पर दिखाई पड़ने लगा है। दुनिया भर के आर्थिक विशेषज्ञों ने कोरोना के कारण दुनिया भर में भारी मंदी फैलने की आशंका जताई है। इस बीच, कुछ कंपनियों ने आईआईटी और दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट का ऑफर दिया था, वे अब इससे मुकरने लगी हैं।
कई कंपनियों ने आईआईटी दिल्ली, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी) और दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट का ऑफर दिया था, लेकिन अब लॉकडाउन और व्यवसाय में मंदी का हवाला देकर वे इससे मुकरने लगी हैं।
आईआईटी, दिल्ली के निदेशक ने की अपील
कंपनियों के इस रवैये को देखते हुए आईआईटी, दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर राम गोपाल राव ने फेसबुक के जरिए कंपनियों से अपना वादा निभाने की अपील की है। उनका कहना है कि इस बार आईआईटी, दिल्ली से करीब 1500 स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट हुआ है।
कंपनियों ने ईमेल भेज कर किया जॉब देने से इनकार
ऑफर देने के बाद विदेशी कंपनियों ने अब ईमेल भेज कर कहा है कि वे स्टूडेंट्स को जॉब नहीं दे सकतीं, क्योंकि कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन घोषिुत किए जाने से उनके कामकाज पर बुरा असर पड़ा है और फिलहाल उन्हें स्टाफ की जरूरत नहीं है।
इस पर आईआईटी निदेशक ने कहा है कि उन सभी कॉरपोरेट कंपनियों से अनुरोध किया गया है वे हमारे स्टूडेंट्स को नौकरी दें, क्योंकि हमारे यहां विदेशी संस्थानों के मुकाबले प्लेसमेंट का तरीका अलग है। जब एक स्टूडेंट को आईआईटी दिल्ली की नीतियों के अनुसार प्लेसमेंट दिया जाता है, तो वह किसी दूसरी कपंनी के लिए हो रही प्लेसमेंट की प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकता।
स्टूडेंट्स का टूटेगा भरोसा
स्टूडेंट्स को जब कोई कंपनी जॉब ऑफर करती है तो वे उस पर भरोसा करते हैं और दूसरी कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई नहीं करते। अब जॉब ऑफर करने के बाद कंपनियां मुकर जाती हैं तो स्टूडेंट्स के सामने भारी समस्या पैदा हो जाएगी। वे जॉब के लिए कहां भटकेंगे। ऐसे में, उनका भरोसा टूटेगा। बता दें कि कई कंपनियों ने अप्वाइंटमेंट्स की डेट में बदलाव कर दिया है। वहीं, आईआईआईटी दिल्ली में प्लेसमेंट प्रमुख रश्मिल का कहना है कि कई बड़ी कंपनियों की तरफ से अब तक इस तरह कोई ईमेल नहीं आया है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट का हाल
दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट से जुड़ी एक अधिकारी का कहना है कि में इस सेशन में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को मिला कर करीब 5 हजार स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट मिला है। उनका कहना है कि अभी तक किसी कंपनी ने जॉब देने से मना नहीं किया है, लेकिन लॉकडाउन के चलते आर्थिक मंदी के जो हालात बनेंगे, उसमें कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।