भारत में क्या एक साथ फुल टाइम दो डिग्री की पढ़ाई हो सकती है? इसको लेकर कई छात्रों के मन में सवाल रहते हैं। आइए जानते हैं इस पर नई शिक्षा नीति और यूजीसी के क्या नियम हैं? क्या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग इसकी परमिशन देता है?
करियर डेस्क : कई बार स्टूडेंट एक साथ दो कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है लेकिन उसके मन में सवाल होता है कि क्या वह ऐसा कर सकता है? उन्हें इस सवाल का जवाब ढूंढने परेशान होना पड़ता है। वे कई लोगों से सलाह भी लेते हैं लेकिन अलग-अलग जवाब के कारण कंफ्यूज हो जाते हैं। उनका मानना है कि अगर एक साथ दो डिग्री ले सकते हैं तो इसके क्या नियम हैं और अगर नहीं, तो आखिर क्यों? आइए आपको बताते हैं इस सवाल का सही जवाब...
क्या है यूजीसी की गाइडलाइन
अभी कुछ दिन पहल ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक गाइडलाइन जारी कर इसकी जानकारी दी कि अगर कोई भी छात्र एक समय पर दो अलग-अलग कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है तो वह ऐसा कर सकता है। यानी एक साथ दो डिग्री ली जा सकती है। यूजीसी ने यह भी स्पष्ट किया है कि ये कोर्स चाहे तो दोनों डिग्री कार्यक्रम हो सकते हैं या फिर छात्र चाहे तो अपनी पसंद के अनुसार एक डिग्री और दूसरा डिप्लोमा कर सकता है।
इस तरह और स्पष्ट तरीके से समझें
छात्र एक साथ दो कोर्स में किसी भी मोड में एडमिशन ले सकता है, चाहे तो ऑनलाइन या ऑफलाइन। इसकी कोई बाउंडेशन नहीं रखी गई है। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कोई स्टूडेंट किसी विश्वविद्यालय से साइंस या कॉमर्स स्ट्रीम से ग्रेजुएशन कर रहा है और उसका इंट्रेस्ट हिस्ट्री में भी है तो वह दो कोर्स एक साथ कर सकता है। वे दोनों कोर्स की क्लास एक साथ कर सकते हैं बस शर्त ये है कि दोनों क्लास का समय अलग-अलग होना चाहिए। इसकी जानकारी छात्र को आवेदन करते समय ही देनी पड़ेगी।
क्या हर कॉलेज एक साथ दे सकेंगे दो डिग्री
यूजीसी की तरफ से जो नया नियम जारी किया गया है, उसके मुताबिक एक साथ दो डिग्री सिर्फ वहीं कॉलेज, यूनिवर्सिटी या संस्थान दो सकेंगे, जिन्हें यूजीसी या सरकार से मान्यता प्राप्त हो। नई शिक्षा नीति (New education Policy 2020) में भी इसका जिक्र है। 12वीं पास स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन की और ग्रेजुएट छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री एक साथ ले सकते हैं। यानी एक साथ दो फुल टाइम डिग्री की जा सकती है।
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