एयर इंडिया पायलट जोया अग्रवाल ने, धारावी की लड़की के पायलट बनने का सपना किया साकार

मुबई के धारावी की लड़की नाद्रत के माता-पिता ने उसे एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया था। जब उन्हें पता चला कि वह उड़ान भरना चाहती है, आर्थिक परिस्थियों ने उनके कदम रोक दिये। तब कैप्टन जोया अग्रवाल ने इस लड़की की मदद की। 

Anita Tanvi | Published : Jan 6, 2024 4:44 AM IST / Updated: Jan 06 2024, 06:50 PM IST

एयर इंडिया की पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल ने मुंबई की झुग्गी बस्ती धारावी की एक लड़की नाद्रत की पायलट बनने के उसके सपने को साकार करने में सहायता की। हालांकि नाद्रत के माता-पिता ने उसे एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया लेकिन जब उन्हें पता चला की उनकी बेटी उड़ान भरना चाहती है, आर्थिक परेशानियों ने उसके सपने को पंख देने से रोक दिया। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में आवेदन करने के बाद नाद्रत ने प्रवेश परीक्षा भी उत्तीर्ण की लेकिन अपनी महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिए उसके परिवार के पास उसके एडमिशन के लिए पैसे की कमी थी।

नाद्रत ने भारत की बेटी' जोया अग्रवाल से मदद मांगी

तब उसी वक्त नाद्रत ने 'भारत की बेटी' जोया अग्रवाल से मदद मांगी। झुग्गी बस्ती की एक लड़की के पायलट बनने के सपने को पूरा करने में उसकी मदद करने के बारे में एयर इंडिया की पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल ने कहा यह तो बस शुरुआत है... मैं इसे एक सपने से हकीकत में बदलना चाहती हूं, हर उस लड़की के लिए जो इसके बारे में सोचती है। हमारी लड़कियों की जरूरत है... हम अपनी लड़कियों को सिर्फ इसलिए हतोत्साहित नहीं होने दे सकते क्योंकि उनके पास संसाधनों की कमी है... "यह मेरी तरफ से एक कदम है पीएम मोदी के 75 साल की उम्र में चमकते भारत के सपने में...''

फ्लाइंग स्कूल प्रवेश परीक्षा पास कर ली, फिर भी अस्वीकार कर दिया गया

कैप्टन जोया अग्रवाल के नाद्रत के पायलट बनने के सपनों को पूरा करने में मदद करने पर, नाद्रत (धारावी की झुग्गी बस्ती की लड़की) ने कहा मेरी मां चाहती थीं कि मैं इंजीनियरिंग करूं लेकिन मुझे एहसास हुआ कि मैं पायलट बनना चाहती हूं। मेरे ट्रेनिंग के लिए पैसे उपलब्ध कराने के लिए कोई संसाधन नहीं है। भले ही मैंने फ्लाइंग स्कूल प्रवेश परीक्षा पास कर ली, फिर भी मुझे अस्वीकार कर दिया गया। क्योंकि मेरे पास एडमिशन के लिए पैसे नहीं थे...जब से जोया अग्रवाल को पीएम मोदी से 'भारत की बेटी' पुरस्कार मिला है , मुझे लगा कि वह ही मेरी कहानी पूरी करने में मेरी मदद करेंगी...'' इसलिए मैनें उनसे कॉन्टैक करने की कोशिश की और उन्होंने मेरी मदद की। देखिए वीडियो… साभार- एएनआई

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