
NEET में सफलता हासिल करने के बाद अगला बड़ा कदम होता है, मेडिकल कॉलेज में एडमिशन। इस दौरान सफल छात्रों के मन में एक सबसे बड़ा सवाल होता है, वह यह कि मेडिकल कॉलेज की भारी-भरकम फीस कैसे भरें। खासतौर पर कमजोर आर्थिक स्थिति वाली फैमिली से आने वाले छात्रों के लिए यह समय मुश्किल और तनाव भरा हो सकता है।
यदि आप भी ऐसी ही फैमिली से हैं और डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं, तो घबराइए मत। जानिए उन 5 शानदार स्कॉलरशिप स्कीम के बारे में, जो आपकी मेडिकल की पढ़ाई का आर्थिक बोझ काफी हद तक कम कर सकते हैं। इन योजनाओं के तहत हर महीने या साल में एक तय राशि सीधे आपके बैंक अकाउंट में भेजी जाती है, जिससे आप अपनी मेडिकल कॉलेज की फीस, किताबें और दूसरे खर्चे मैनेज कर सकते हैं।
AIPMST एक खास प्री-मेडिकल स्कॉलरशिप एग्जाम है, जो MBBS, BDS, BHMS, BAMS और BUMS कोर्सेस के लिए आयोजित किया जाता है। इस स्कॉलरशिप टेस्ट को पास करने वाले कैंडिडेट की 100 प्रतिशत तक ट्यूशन फीस माफ हो सकती है। इसके अलावा लैपटॉप और अन्य पुरस्कार भी दिए जाते हैं। यह स्कॉलरशिप एग्जाम उन छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद है, जो मेडिकल की पढ़ाई पूरे भारत में कहीं भी करना चाहते हैं और उन्हें आर्थिक मदद की जरूरत है।
केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई इस योजना का मकसद मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करना है । इस स्कॉलरशिप के लिए चयन 12वीं कक्षा में मिले मार्क्स के आधार पर होता है। इसमें अंडरग्रेजुएट कोर्स के पहले तीन सालों के लिए हर साल 12 हजार और पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए 20 हजार रुपए सालाना दिए जाते हैं। यह राशि भी सीधे छात्र के बैंक खाते में भेजी जाती है।
ओएनजीसी लिमिटेड की सीएसआर पहल के तहत दी जाने वाली ये स्कॉलरशिप उन छात्रों के लिए है जो एससी, एसटी, ओबीसी या जनरल कैटेगरी से आते हैं और MBBS, इंजीनियरिंग, MBA या जियोलॉजी जैसे कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं। इस योजना के तहत हर साल 2000 मेधावी छात्रों को 48 हजार रुपए सालाना या 4000 हजार रुपए मंथली स्कॉलरशिप दी जाती है। यह चार साल तक दी जाने वाली स्कॉलरशिप है, जो मेडिकल के पूरे अंडरग्रेजुएट कोर्स को कवर करती है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी IOCL की यह स्कॉलरशिप स्कीम हर साल देश भर के हजारों छात्रों को पढ़ाई में मदद देती है। इसमें 10 प्लस 2 और ITI छात्रों को 1000 रुपए प्रति माह, जबकि MBBS, इंजीनियरिंग और MBA छात्रों को 3000 रुपए हर महीने दिए जाते हैं। यह स्कॉलरशिप सभी राज्यों के छात्रों के लिए खुली है। इसका मकसद गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई रुकने न देना है।
यह स्कॉलरशिप स्कीम यशोदा हॉस्पिटल्स ग्रुप की सीएसआर इनिशिएटिव के तहत चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन से वंचित न होने देना है। इस योजना के तहत प्रत्येक छात्र को हर एकेडमिक सेशन के लिए 10000 रुपए से 50000 रुपए तक की ट्यूशन फीस दी जाती है। स्कॉलरशिप की अवधि 4 साल की होती है, जो MBBS जैसे कोर्स के लिए पर्याप्त है। इसका फोकस ऐसे छात्रों पर है, जो पढ़ने में होशियार हैं लेकिन आर्थिक मजबूरी के कारण पीछे रह जाते हैं।
इन स्कॉलरशिप योजनाओं से साफ है कि अब आर्थिक परेशानी आपके मेडिकल की पढ़ाई के रास्ते में बाधा नहीं बन सकती। आप NEET क्वालिफाई कर चुके हैं और फीस को लेकर परेशान हैं, तो ऊपर दी गई स्कॉलरशिप्स आपकी पढ़ाई की राह आसान बना सकती है। लेकिन जरूरी है कि आप इनके लिए समय रहते आवेदन करें और शर्तों को ध्यान से पढ़ें। उन्हें पूरा करें।