किताबों में भारत और इंडिया दोनों का इस्तेमाल, NCERT चीफ बोले इसपर कोई बहस नहीं

Published : Jun 17, 2024, 07:44 PM ISTUpdated : Jun 17, 2024, 07:48 PM IST
ncert director dinesh prasad saklani

सार

NCERT डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सकलानी ने साफ शब्दों में कहा है कि स्कूल के टेक्स्टबुक्स में भारत और इंडिया दोनों शब्दों का इस्तेमाल होगा , जैसा कि पहले से ही होता रहा है। किसी एक शब्द का इस्तेमाल करने पर बहस करना फिजूल है।

Bhart or India What in NCERT Textbooks: एनसीईआरटी डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सकलानी के अनुसार, एनसीईआरटी देश के संविधान के अनुरूप अपनी टेक्स्टबुक में "भारत" और "इंडिया" दोनों शब्दों का उपयोग करेगी। जैसा कि पहले से भी होता आ रहा है। भारत या इंडिया में से किसी एक शब्द को चुनने के लिए इसपर बहस करना बिल्कुल फिजूल है। बता दें कि यह निर्णय सोशल साइंस करिकुलम पर काम कर रहे एक उच्च-स्तरीय पैनल की सिफारिश पर लिया गया है, जिसने सभी कक्षाओं के लिए स्कूली टेक्स्टबुक में "इंडिया" को "भारत" से बदलने का सुझाव दिया था और इसपर चर्चा तेज हो गई थी। लेकिन अब एनसीईआरटी निदेशक दिनेश सकलानी के अनुसार दोनों शब्दों का उपयोग किताबों में किया जाएगा और परिषद को 'भारत' या 'इंडिया' से कोई आपत्ति नहीं है। हमारा रुख वही है जो हमारा संविधान कहता है और हम उसका समर्थन करते हैं। हम इसपर किसी तरह के बहस में नहीं हैं। जहां भी उपयुक्त होगा हम भारत या इंडिया दोनों शब्दों का उपयोग करेंगे।

इंडिया को भारत से बदल दिया जाए, उच्च-स्तरीय समिति ने की थी सिफारिश

एनसीईआरटी निदेशक दिनेश सकलानी ने यह भी कहा है कि भारत और इंडिया दोनों शब्दों का इस्तेमाल हमारे टेक्स्टबुक्स में पहले से ही किया जा रहा है और नई टेक्स्टबुक में भी यह जारी रहेगा। भारत या इंडिया यह कोई बहस का मुद्दा ही नहीं है। बता दें कि पिछले साल, स्कूल करिकुलम को संशोधित करने के लिए एनसीईआरटी द्वारा गठित सोशल साइंस की एक उच्च-स्तरीय समिति ने सिफारिश की थी कि सभी कक्षाओं के लिए पाठ्यपुस्तकों में "इंडिया" को "भारत" से बदल दिया जाए। सी आई इसाक के नेतृत्व वाली समिति ने "प्राचीन इतिहास" के बजाय "शास्त्रीय इतिहास" शुरू करने और सभी विषयों के करिकुलम में भारतीय ज्ञान प्रणाली को शामिल करने का भी सुझाव दिया था। समिति ने सर्वसम्मति से सिफारिश की थी कि भारत नाम का उपयोग सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकों में किया जाना चाहिए। भारत एक सदियों पुराना नाम है। भारत नाम का उपयोग प्राचीन ग्रंथों जैसे विष्णु पुराण में किया गया है, जो 7,000 वर्ष पुराना है। वहीं एनसीईआरटी ने पहले भी कहा था कि पैनल की सिफारिशों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

पिछले साल जी 20 सम्मेलन के दौरान ऑफिशियली चर्चा में आया भारत शब्द

भारत नाम पहली बार आधिकारिक तौर पर पिछले साल सामने आया था जब सरकार ने President of India के बजाय President of Bharat के नाम पर जी20 निमंत्रण भेजा था। बाद में, नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेमप्लेट पर भी इंडिया के बजाय भारत लिखा गया था जिसपर चर्चा शुरू हो गई थी।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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