
STET Exam Delay in Bihar Sparks Protest: बिहार में शिक्षक बनने के इच्छुक हजारों अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ गई है। पटना में आज यानी 18 अगस्त को शिक्षक अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया और यह मांग उठाई कि अगली शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) से पहले सेकेंडरी शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) आयोजित की जाए। अभ्यर्थियों का कहना है कि बिना STET पास किए वे सरकारी स्कूलों में शिक्षक पदों के लिए आवेदन ही नहीं कर सकते। न्यूज एजेंसी ANI और Live Hindustan के अनुसार, यह पिछले पंद्रह दिनों में दूसरा मौका है जब अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों के लिए सड़कों पर प्रदर्शन किया। 7 अगस्त को पुलिस को भी स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा था।
बिहार सरकार ने अगली TRE की तारीख घोषित कर दी है, लेकिन STET परीक्षा 2026 में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस निर्णय से उन्हें नुकसान होगा क्योंकि TRE से पहले STET पास करना अनिवार्य है। जानकारी के अनुसार, बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB), जो STET आयोजित करने के लिए जिम्मेदार है, को साल में दो बार परीक्षा आयोजित करनी होती है। लेकिन पिछले डेढ़ साल से यह परीक्षा आयोजित नहीं हुई है, जिससे हजारों शिक्षक बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों की उम्मीदें ठंडी पड़ गई हैं। नीचे देखें प्रदर्शन का वीडियो-
बिहार में सरकारी शिक्षक बनने के लिए बिना STET पास किए अभ्यर्थी सरकारी माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक पदों के लिए आवेदन नहीं कर सकते। यह एक तरह से अर्हता प्रमाण है, जो साबित करती है कि अभ्यर्थी में शिक्षक बनने की योग्यता और क्षमता है।नियुक्ति प्रक्रिया की बात करें तो STET पास करने वाले ही अगली शिक्षक भर्ती (TRE) में आवेदन कर सकते हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों की मांग है कि अगली TRE से पहले STET परीक्षा आयोजित हो। इस परीक्षा में देरी से अभ्यर्थियों का करियर प्रभावित होगा। अभ्यर्थियों की मांग है कि BSEB को नियमित रूप से साल में दो बार STET आयोजित करने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।