बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से BPSC TRE 3.0 रद्द कर दी गई है। यह फैसला पेपर लीक की खबरों के बाद लिया गया है। परीक्षा रद्द करने के संबंध में ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है।
BPSC TRE 3.0 Cancelled: बिहार लोक सेवा आयोग ने बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती रद्द कर दी है। बीपीएससी टीआरई 3.0 पेपर लीक के आरोपों के बीच परीक्षा रद्द की गई है। 15 मार्च को तीसरे चरण की हुई दोनों शिफ्ट की BPSC TRE 3.0 परीक्षा को रद्द करने के संबंध में ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी की गई है। परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे बीपीएससी के ऑफिशियल वेबसाइट और ट्विटर हैंडल पर नजर रखें। इस परीक्षा के माध्यम से 87,774 पदों पर स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। बात दें कि पेपर लीक की खबरों के बीच नाराज अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। सोशल मीडिया पर भी इसके लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा था वहीं अभ्यर्थियों ने 21 मार्च को पटना में बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।
BPSC TRE 3 0 cancelled official notification here
ठोस सबूत के अभाव में बीपीएससी ने शुरू में परीक्षा रद्द करने से किया था इंकार
बता दें कि बीपीएससी ने आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच के आधार पर एग्जाम निरस्त करने का फैसला लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 15 मार्च की सुबह झारखंड के हजारीबाग में करीब 300 अभ्यर्थी पेपर सॉल्व करते पकड़े गए थे। इससे पहले मामले में बीपीएससी ने परीक्षा रद्द करने से इंकार कर दिया था और ईओयू से पेपर लीक से जुड़े ठोस सबूत मांगे थे। जांच की शुरुआत में आयोग ने की ओर से कहा गया था कि ईओयू की रिपोर्ट में ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला है जिससे परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्न पत्र लीक होने की बात साबित हो सके।
क्वेश्चन पेपर की छपाई से पहले ही आउट हो गई थे क्वेश्चन
ईओयू की जांच में यह बात सामने आई है कि 15 मार्च को हुई बीपीएससी टीआरई 3.0 के क्वेश्चन कोलकाता स्थित प्रिंटिंग प्रेस से ही लीक हो गया था। इस मामले में गिरफ्तार मास्टर माइंड विशाल कुमार चौरसिया ने प्रिंटिंग प्रेस के कुछ कर्मियों की मदद से अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पेपर आउट करवाया था। पेपर की प्रिंटिंग पूरी होने से पहले ही पेन ड्राइव में इसे ले लिया गया था और बाहर लाकर इसे प्रिंट किया गया और फिर छात्रों को भेजा गया। प्रिंटिंग प्रेस से छपाई से पहले क्वेश्चन लीक होने कारण इसमें सुरक्षा कोड या बार कोड नहीं है। बता दें कि ईओयू की जांच में यह बात भी सामने आई थी कि लीक हुए प्रश्नपत्र पर बार कोडिंग या सुरक्षा कोड नहीं थे। इससे पहले परीक्षा की तारीख 15 मार्च की सुबह करीब 5 बजे हजारीबाग के कुर्रा, पदमा और बरही स्थित कोहिनूर होटल एंड मैरेज हॉल में झारखंड पुलिस की मदद से छापेमारी की गई थी। इस दौरान पाया गया कि होटलों के कई कमरों के अलावा
छापेमारी में जब्त क्वेश्चन पेपर और परीक्षा के पेपर के प्रश्न एक जैसे
परीक्षा शुरू होने से पहले ही 15 मार्च की सुबह करीब 5 बजे हजारीबाग के कुर्रा, पदमा और बरही में झारखंड पुलिस की मदद से छापेमारी की गई थी। इस दौरान पाया गया कि यहां होटलों के कई कमरों के अलावा एक मैरेज हॉल में 270 से अधिक अभ्यर्थियों को बैठाकर प्रश्न-पत्र का उत्तर रटवाया जा रहा था। मौके से जब्त क्वेश्चन का मिलान बीपीएससी ऑफिस से प्राप्त प्रश्न पत्रों से कराया गया, जो एक जैसे पाए गए थे।
87000 से अधिक पदों पर होनी है शिक्षकों की भर्ती
बिहार में तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के माध्यम से 87000 से अधिक पदों पर बहाली की जानी है। इसके लिए 4.63 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया है। प्राथमिक में 1,60,644, मध्य में 2,13,940, माध्यमिक में 1,44,735 और उच्च माध्यमिक में 61,986 ने आवेदन किया है। इसमें कई अभ्यर्थियों ने कई वर्गों के लिए अलग-अलग आवेदन फॉर्म भी भरे हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले कुल अभ्यर्थियों की संख्या करीब 5,81,305 है।
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