
IAS Officer Without UPSC: भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी IAS देश की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी नौकरियों में से एक मानी जाती है। यही वजह है कि हर साल लाखों युवा आईएएस बनने का सपना देखते हैं और देश की सबसे कठिन प्रतियोगिता परीक्षा में से एक यूपीएससी एग्जाम देते हैं। ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि IAS बनने का सिर्फ एक तरीका है UPSC सिविल सर्विसेज एग्जाम। लेकिन क्या सच में IAS बनने के लिए सिर्फ यूपीएससी एग्जाम पास करना जरूरी है? जवाब है नहीं। डिटेल जानने के लिए आगे पढ़ें।
हमारे लोकतांत्रिक सिस्टम की खूबी यह है कि प्रशासन केवल परीक्षा पर निर्भर नहीं है। UPSC तो मुख्य रास्ता है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ ऐसे विकल्प हैं जिनके जरिए योग्य और अनुभवी लोग IAS जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। सरकार मानती है कि कुछ लोग अपने क्षेत्र में विशेष योगदान करते हैं, चाहे वह राज्य सेवाएं हों, विज्ञान या तकनीकी संस्थान हों, या नीति निर्माण से जुड़े क्षेत्र हों। ऐसे लोग IAS बनें तो प्रशासनिक ढांचे को मजबूती मिलती है।
राज्य सेवा (PCS) से प्रमोशन
यह सबसे सामान्य तरीका है। राज्य लोक सेवा आयोग (State PSC) के माध्यम से चुने गए PCS अफसर कुछ वर्षों तक मेहनत और बेहतर परफॉर्मेंश दिखाने के बाद IAS में प्रमोट हो सकते हैं। PCS अफसर अक्सर तहसीलदार, उप-जिला मजिस्ट्रेट या जिला स्तरीय अधिकारी के पद पर काम करते हैं। आमतौर पर 15-20 साल की सेवा और बेहतर परफॉर्मेंश के बाद प्रमोशन मिलता है। इसके लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और UPSC की मंजूरी जरूरी होती है।
लेटरल एंट्री (Lateral Entry)
इसका उद्देश्य है कि सिर्फ करियर ब्यूरोक्रेट्स ही नहीं, बल्कि प्राइवेट सेक्टर, शिक्षा और तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ भी नीति निर्माण में योगदान दें। इसके तहत योग्य उम्मीदवारों को डायरेक्टर, जॉइंट सेक्रेटरी या इससे ऊपर के पदों पर नियुक्त किया जाता है। ये नियुक्तियां संविदात्मक (Contractual) आधार पर की जाती हैं और IAS स्तर की जिम्मेदारियां दी जाती हैं।
ये भी पढ़ें- IPS अंजना कृष्णा: टाइपिस्ट की बेटी, सोलापुर DSP की UPSC रैंक और लाइफ फैक्ट्स
कुछ दुर्लभ मामलों में, सरकार उन लोगों को IAS में शामिल करती है जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो। उदाहरण के लिए डिफेंस सर्विस ऑफिसर, साइंटिस्ट या टेक्निकल एक्सपर्ट। यह नियुक्ति सरकार की विशेष सिफारिश और विवेकाधिकार पर निर्भर करती है। वैसे तो UPSC परीक्षा IAS बनने का सबसे सामान्य और भरोसेमंद रास्ता है, लेकिन सिर्फ यही रास्ता नहीं है। राज्य सेवा प्रमोशन, लेटरल एंट्री और विशेष परिस्थितियों में नियुक्ति जैसी व्यवस्थाओं के जरिए भी IAS बनने का मौका मिलता है। यानी अगर आपके पास अनुभव, स्किल और एक्पर्टीज है, तो UPSC पास किए बिना भी आप प्रशासनिक सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
ये भी पढ़ें- कौन सा सवाल है जिसका जवाब हां भी गलत है और नहीं भी? पढ़ें UPSC Interview के टॉप 10 ट्रिकी क्वेश्चन