दिल्ली में GRAP 3 लागू, अब क्लास 5 तक की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में, जानिए नई गाइडलाइन

Published : Nov 11, 2025, 05:59 PM IST
Delhi school hybrid classes 2025

सार

GRAP stage 3 Schools Closed: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब पांचवीं तक के स्कूलों में हाइब्रिड मोड में क्लास होंगी। जानिए स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन समेत जरूरी डिटेल।

Delhi School Hybrid Classes 2025: दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। अब कक्षा 5 तक के छात्रों की पढ़ाई हाइब्रिड मोड (Hybrid Mode) यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से कराई जाएगी। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। यह फैसला कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) के निर्देश के बाद लिया गया है, जिसमें GRAP Stage 3 (सीवियर कैटेगरी) के तहत कई सख्त कदम उठाने को कहा गया है।

क्या है शिक्षा निदेशालय का नया आदेश?

शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी आदेश पर डायरेक्टर ऑफ एजुकेशन वेदिता रेड्डी (IAS) के हस्ताक्षर हैं। आदेश में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर की खराब होती हवा के चलते स्टेज-3 यानी सीवियर के तहत सभी आवश्यक कदम उठाने होंगे ताकि हालात और न बिगड़ें। अब से दिल्ली, नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC), नगर निगम दिल्ली (MCD), दिल्ली छावनी परिषद (Cantonment Board) और शिक्षा निदेशालय से जुड़े सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को हाइब्रिड क्लासेस चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

कैसे होंगी हाइब्रिड क्लासेस?

हाइब्रिड मोड का मतलब है, कुछ बच्चे स्कूल आकर ऑफलाइन पढ़ाई करेंगे, जबकि बाकी बच्चे घर से ऑनलाइन क्लास ले सकेंगे। हर स्कूल को तुरंत यह जानकारी अभिभावकों और छात्रों को बताने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भी छात्र पढ़ाई से वंचित न रह जाए।

ये भी पढ़ें- अब गूगल सिखाएगा फ्री में AI: जानिए कौन से हैं ये 5 धमाकेदार कोर्स 

सीएम रेखा गुप्ता ने क्या कहा

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि राजधानी में GRAP 3 लागू कर दिया गया है और सभी एहतियाती कदम उठाए जा चुके हैं। बच्चों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है, इसलिए कक्षा 5 तक के स्कूल अब हाइब्रिड सिस्टम में चलेंगे।

 

 

क्यों लिया गया यह फैसला

दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार सीवियर कैटेगरी में बना हुआ है। खतरनाक स्तर के प्रदूषण से खासकर छोटे बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसीलिए सरकार ने स्कूलों में यह अस्थायी बदलाव किया है ताकि बच्चों को प्रदूषण से सुरक्षित रखते हुए पढ़ाई जारी रह सके। सभी संबंधित शिक्षा विभागों और बोर्डों को आदेश की कॉपी भेज दी गई है और अधिकारियों को सख्ती से इसका पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

ये भी पढ़ें- Delhi Blast के बाद चर्चा में अल-फलाह यूनिवर्सिटी, जानिए कब बनी, कहां है और क्या पढ़ाया जाता है

PREV
AT
About the Author

Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...
Read more Articles on

Recommended Stories

RRB NTPC ग्रेजुएट CBT 2 रिजल्ट 2025 जारी, यहां चेक करें मेरिट लिस्ट और आगे का प्रोसेस
Bombay HC Jobs 2025: क्लर्क से चपरासी तक 2381 वैकेंसी, कौन पात्र और कब तक करें अप्लाई