
How to Become Drone Pilot: आजकल ड्रोन सिर्फ शादी या फिल्म शूट के लिए नहीं रह गए हैं। खेती, पुलिस सर्विलांस, डिलीवरी, बचाव अभियान और सर्वे जैसे कई क्षेत्रों में इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है। इसी वजह से ड्रोन पायलट बनना युवाओं के लिए एक नया और लाभदायक करियर ऑप्शन बन गया है। अगर आपका भी सपना है ड्रोन उड़ाने का, तो इसके लिए आपको ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट लेना होगा। जानिए कैसे और किन शर्तों के साथ आप ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं और प्रोफेशनल ड्रोन पायलट बन सकते हैं।
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ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट भारत सरकार की तरफ से जारी एक कानूनी प्रमाण पत्र है। इसे DGCA (Directorate General of Civil Aviation) जारी करता है। इस सर्टिफिकेट का मतलब है कि आप प्रशिक्षित हैं और कानूनी तौर पर ड्रोन उड़ाने के हकदार हैं। भारत में 2021 से ड्रोन नियम लागू हैं और बिना सर्टिफिकेट ड्रोन उड़ाना गैरकानूनी है।
सबसे पहले DGCA की वेबसाइट पर जाएं और किसी अधिकारिक ट्रेनिंग सेंटर को चुनें। भारत में कई ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट हैं जैसे-
ट्रेनिंग आमतौर पर 5 से 7 दिन की होती है और इसमें थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल क्लासेज भी शामिल होती हैं। ड्रोन पायलट ट्रेनिंग कोर्स में ड्रोन उड़ाने के नियम, हवाई सुरक्षा, मौसम की जानकारी, नेविगेशन और मैपिंग, डेटा एनालिसिस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद DGCA द्वारा ऑनलाइन टेस्ट लिया जाता है। पास होने के बाद सर्टिफिकेट DGCA की डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म से डाउनलोड किया जा सकता है।
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सरकार ने पूरे देश में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए Drone Shakti Mission शुरू किया है। इस मिशन के तहत भविष्य में ड्रोन पायलट की मांग तेजी से बढ़ेगी, खासकर कृषि, डिलीवरी और लॉजिस्टिक, सुरक्षा और सर्विलांस, मीडिया और फोटोग्राफी, सर्वे और मैपिंग, मौसम विभाग जैसे फील्ड में। इसका मतलब है कि ड्रोन पायलट बनकर आप सिर्फ उड़ान भरने वाले नहीं, बल्कि भविष्य की तेजी से बढ़ती ड्रोन इंडस्ट्री के पार्टनर भी बन सकते हैं।