
HP Globa Layoff 2025: दुनिया की मशहूर टेक कंपनी HP Inc ने एक बार फिर बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने कहा है कि वह फिस्कल 2028 तक अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में से 4000 से 6000 नौकरियों में कटौती करेगी। HP का दावा है कि यह कदम उसकी ऑपरेशंस को आसान बनाने, लागत घटाने और AI की मदद से काम को ज्यादा तेज और स्मार्ट बनाने के लिए जरूरी है। बता दें कि इस बार की छंटनी सिर्फ एक सामान्य कॉस्ट कटिंग नहीं है, बल्कि HP पूरी तरह से AI ड्रिवन टेक्नोलॉजी और स्मार्ट पीसी बाजार की ओर मुड़ रहा है। जानिए HP फिर से इतने बड़े पैमाने पर छंटनी क्यों कर रहा है और इसका असर कंपनी पर कैसे पड़ेगा।
HP के CEO एनरिक लोरेस ने साफ कहा कि आने वाले समय में कंपनी को कई विभागों में कर्मचारियों की संख्या कम करनी पड़ेगी। जिसमें- प्रोडक्ट डेवलपमेंट, इंटरनल ऑपरेशंस, कस्टमर सपोर्ट डिपार्टमेंट शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि HP को खुद को कम्पिटिटिव बनाए रखने के लिए बड़ा कदम उठाना पड़ा। लोरेस का कहना है कि इस प्लान से HP को आने वाले तीन साल में 1 बिलियन डॉलर (करीब 8,300 करोड़ रुपए) की बचत होगी। छंटनी के पांच बड़े कारणों की बात करें तो इसमें शामिल हैं-
HP पिछले कुछ सालों से लगातार राइटसाइजिंग कर रहा है। साल 2022–23 में 4,000- 6,000 नौकरियों में कटौती की गई, जिससे $2.2 बिलियन की बचत हुई। 2024 की शुरुआत में 1,000-2,000 कर्मचारियों की छंटनी की गई। अब 2028 तक 4,000-6,000 नई छंटनी करने का प्लान है। बता दें कि 2024 के अंत तक HP के पास 58,000 कर्मचारी बचे थे। नए प्लान के तहत कंपनी को लगभग $650 मिलियन के खर्च का अनुमान है, जिसमें से $250 मिलियन सिर्फ 2026 में शामिल होंगे।
HP का Q4 (जुलाई-अक्टूबर) काफी हद तक AI पावर्ड पीसीज की वजह से मजबूत रहा। HP की 30% से ज्यादा पीसी शिपमेंट अब AI इनेबल्ड हैं। विंडो 11 अपग्रेड और AI फीचर्स ने पीसी डिवीजन की सेल 8% बढ़ाई। लेकिन असल परेशानी यह है कि मेमोरी चिप्स बहुत महंगी हो चुकी हैं और इसकी वजह AI डेटा सेंटर्स की बढ़ती डिमांड है। मॉर्गन स्टेनली जैसे बड़े विश्लेषकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि HP, Dell और Acer जैसी कंपनियों के मार्जिन पर इसका बड़ा असर पड़ेगा। इसलिए HP अब ज्यादा सप्लायर्स जोड़ रहा है। जहां जरूरी न हो, वहां मेमोरी घटा रहा है। कुछ प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ा रहा है और सप्लाई चेन को ज्यादा डाइवर्सिफाई कर रहा है।
HP ने अमेरिका के लिए लगभग पूरी मैन्युफैक्चरिंग चीन से बाहर कर ली है ताकि टैरिफ के भारी असर से बचा जा सके। अब कंपनी तेजी से AI वाले पीसी और नई टेक्नोलॉजी के लिए अपनी सप्लाई चेन को ज्यादा लचीला और स्थानीय बाजार के हिसाब से तैयार कर रही है।
ये भी पढ़ें- Verizon में अब तक की सबसे बड़ी छंटनी: नए सीईओ की नई पॉलिसी से 13000 कर्मचारी होंगे बाहर
भाी संख्या में छंटनी करने वाली HP अकेली कंपनी नहीं है। इससे पहले Apple ने कई देशों में दर्जनों कर्मचारियों को निकाला। Amazon 14,000 नौकरियों में कटौती कर रहा है, इससे पहले भी महामारी के बाद से 30,000 जॉब कम कर चुका है। Meta ने भी AI टीमों से सैकड़ों लोगों को हटाया है। टेक सेक्टर में AI के आने के बाद कम कर्मचारियों में ज्यादा काम कराने की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है।
ये भी पढ़ें- Amazon India Layoffs 2025: अमेजन इंडिया में फिर छंटनी की तैयारी, 1000 कर्मचारियों की नौकरी पर संकट