
Innovative Indian Farmers: खेती अब सिर्फ हल-बैलों और परंपरागत तरीकों तक सीमित नहीं रही। देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जहां किसान नई तकनीक, प्राकृतिक खेती और स्मार्ट सोच के सहारे न सिर्फ अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए मिसाल भी बन रहे हैं। पढ़े 5 किसानों की कहानियां, जो बताती हैं कि आज का किसान प्रयोग कर रहा है, सीख रहा है और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रख रहा है। इन सभी किसानों की मेहनत, सोच और काम का वीडियो केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की है। जानिए इनके बारे में-
हरियाणा के पानीपत जिले के सिवाह गांव में रामप्रताप जी ने आधुनिक तकनीक से खेती को नया रूप दिया है। पारंपरिक फसलों के साथ-साथ वे तरबूज और खरबूज की उन्नत किस्में उगा रहे हैं। लाल, पीले और संतरे रंग के तरबूज उनके खेत की पहचान बन चुके हैं। स्वाद ऐसा कि देखने वाले हैरान रह जाएं। वीडियो में उनके खेत, फसल और आत्मविश्वास साफ झलकता है।
गुजरात के जूनागढ़ जिले के मानेकवाड़ा गांव में मूंगफली किसान आधुनिक निराई-गुड़ाई मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस मशीन से खरपतवार आसानी से निकल जाते हैं, न फसल को नुकसान होता है और न मिट्टी को। किसान बताते हैं कि इससे मजदूरी कम लगती है, काम तेज होता है और पैदावार बढ़ती है। वीडियो में मशीन का लाइव डेमो है, जो तकनीक की ताकत दिखाता है।
बिहार की लीची पहले से मशहूर है, लेकिन किसान कृष्णा कुमार जी ने इसे कमाई का मजबूत जरिया बना दिया। सिर्फ 2.5 एकड़ में 250 लीची के पेड़ लगाकर वे सालाना 2 से 2.5 लाख तक कमा रहे हैं। स्मार्ट मार्केटिंग, सीधे व्यापारियों से संपर्क और इंटर-क्रॉपिंग उनकी सफलता का राज है। वीडियो में उनके बाग और सोच दोनों दिखते हैं।
पूर्वी चंपारण के विजय कुमार यादव ने शिमला मिर्च की वैज्ञानिक खेती कर एक लाख की लागत में करीब छह लाख का मुनाफा कमाया। तकनीक, पॉलीहाउस और सही सलाह ने उनकी किस्मत बदल दी। वे आज कई किसानों के लिए प्रेरणा हैं। वीडियो में उनकी सफलता की पूरी कहानी देखने को मिलती है।
मैसूरु में श्रीराम जी ने केले की खास किस्म Nanjangud Rasabale उगाई है। यह केला स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कम शुगर कंटेंट वाला है, इसलिए डायबिटीज मरीजों के लिए भी उपयुक्त माना जाता है। हाल के दिनों में इस किस्म पर वायरस का खतरा बढ़ा है। इसी को देखते हुए वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम भेजने का फैसला लिया गया है, ताकि यह अनमोल किस्म सुरक्षित रह सके। वीडियो में खेत, फसल और किसानों की चिंता साफ दिखाई देती है।