आप जानते हैं "अपनी ढपली, अपना राग" का मतलब? परीक्षा में पूछे जाने वाले मुहावरे

Published : Jan 01, 2025, 10:00 AM IST
muhavare in hindi

सार

Muhavare: परीक्षाओं में पूछे जाने वाले मुश्किल मुहावरों से लेकर रोजमर्रा के प्रयोग तक, जानिए इनके अर्थ और उपयोग। अपनी ढपली अपना राग से लेकर लकीर का फकीर तक, समझिए इनके पीछे छिपे गहरे मतलब।

Muhavare: मुहावरे केवल शब्दों का खेल नहीं हैं, ये भाषा को प्रभावी और अभिव्यक्तिपूर्ण बनाने का माध्यम हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर ऐसे कठिन क्षेत्रीय मुहावरे पूछे जाते हैं, जो हमारी सोच, तर्क और सांस्कृतिक समझ का आकलन करते हैं। ये न केवल भाषा की गहराई को नापते हैं, बल्कि उम्मीदवार की व्यावहारिक सोच और शब्दों के सही इस्तेमाल की क्षमता को भी परखते हैं। अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इन मुहावरों को समझना और उनके अर्थ को विस्तृत रूप से जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

मुहावरा- "अपनी ढपली, अपना राग"

मुहावरे का अर्थ: अपनी मर्जी से काम करना, दूसरों की परवाह न करना। यह मुहावरा उन लोगों पर लागू होता है जो हमेशा अपनी बात मनवाने की कोशिश करते हैं, भले ही वह दूसरों के लिए असुविधाजनक हो।

मुहावरा- "सांच को आंच नहीं"

मुहावरे का अर्थ: सच्चाई को कभी डरने की जरूरत नहीं। यह मुहावरा सिखाता है कि जो लोग सत्य के मार्ग पर चलते हैं, उन्हें किसी भी प्रकार के खतरे या मुश्किल से डरने की आवश्यकता नहीं है।

मुहावरा- "आम के आम, गुठलियों के दाम"

मुहावरे का अर्थ: एक ही समय में दो फायदे प्राप्त करना। यह मुहावरा तब इस्तेमाल होता है जब कोई एक ही प्रयास से दो फायदे प्राप्त करता है। जैसे किसी व्यक्ति ने एक काम किया और उससे उसे दो लाभ हुए। यह मुहावरा तब उपयोग किया जाता है जब किसी एक क्रिया से दो लाभ या फायदों का मिलना हो।

मुहावरा- "ढाई अक्षर का प्रेम"

मुहावरे का अर्थ: कम या हल्का प्रेम। इस मुहावरे का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया जाता है जो दूसरों से बहुत कम प्रेम करते हैं या दिखावा करते हैं, लेकिन उनका प्रेम गहरा नहीं होता। "ढाई अक्षर" से तात्पर्य है कि यह प्रेम न तो पूरी तरह से व्यक्त होता है और न ही स्थायी होता है।

मुहावरा- "दो नावों में सवारी करना"

मुहावरे का अर्थ: एक साथ दो विपरीत कार्यों का प्रयास करना। यह मुहावरा तब उपयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति एक ही समय में दो विरोधाभासी कार्यों में शामिल हो और दोनों में सफल होने की कोशिश करता है। जैसे किसी को एक ही समय में दो विरोधी पार्टीयों के साथ संपर्क रखना और दोनों से लाभ की उम्मीद करना।

मुहावरा- "लकीर का फकीर"

मुहावरे का अर्थ: वही पुराना काम करना, नई सोच न होना। यह मुहावरा तब इस्तेमाल किया जाता है जब कोई व्यक्ति पुरानी या पारंपरिक सोच में अटका रहता है और नई या क्रांतिकारी सोच को अपनाने में असमर्थ होता है। जैसे किसी व्यक्ति की सोच बहुत सीमित हो और वह कभी कुछ नया नहीं सोचता, तो उसे "लकीर का फकीर" कहा जाता है।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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