हिंदी मुहावरे रोज की बातों को रोचक बनाते हैं। परीक्षाओं में इनका ज्ञान जरूरी है, क्योंकि ये भाषा और तर्कशक्ति दोनों को परखते हैं। कुछ कठिन मुहावरों के अर्थ और उनके संदर्भ जानें, जो आपकी भाषा और परीक्षा तैयारी में मदद करेंगे।
मुहावरा- "खुशफहमी पालना"
मुहावरे का अर्थ: गलतफहमी में रहना। इसका उपयोग तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी गलत धारणा में जी रहा होता है और वास्तविकता से दूर होता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति ने अपने मन में कुछ ऐसा मान लिया है, जो सही नहीं है और वह उसी भ्रम में रहता है।
मुहावरा- "चादर देखकर पैर पसारना"
मुहावरे का अर्थ: अपनी सामर्थ्य के अनुसार ही खर्च या काम करना। इस मुहावरे का तात्पर्य है कि व्यक्ति को अपनी क्षमता और साधनों के अनुसार ही निर्णय लेने चाहिए। किसी को अपनी आय और स्थिति के अनुसार ही खर्च करना चाहिए, अन्यथा परेशानियां बढ़ सकती हैं।
मुहावरा- "राम नाम की लूट है"
मुहावरे का अर्थ: जब कोई चीज आसानी से मिल रही हो तो उसका लाभ उठाना चाहिए। इसका मतलब है कि जब कोई अवसर आसानी से उपलब्ध हो और उसमें किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो, तब उसका पूरा लाभ उठाना चाहिए। यह मुहावरा आमतौर पर उन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां कुछ मुफ्त या बहुत सस्ते में मिल रहा हो।
मुहावरा- "अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत"
मुहावरे का अर्थ: समय निकल जाने के बाद पछताने का कोई फायदा नहीं होता। इस मुहावरे का उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को अपनी गलती का अहसास बहुत देर से होता है। इसका मतलब है कि अवसर हाथ से निकल जाने के बाद पछतावा व्यर्थ है।
मुहावरा- "आंखों में धूल झोंकना"
मुहावरे का अर्थ: किसी को धोखा देना। जब कोई व्यक्ति किसी को सच से भटका कर धोखा देता है या जानबूझकर भ्रमित करता है, तब इस मुहावरे का उपयोग किया जाता है। इसका तात्पर्य होता है कि सामने वाले को असली सच्चाई से दूर रखने के लिए चालाकी से काम लेना।
मुहावरा- "एक अनार सौ बीमार"
मुहावरे का अर्थ: साधन कम और मांग अधिक होना। जब कोई वस्तु या अवसर सीमित होता है, लेकिन उसके चाहने वाले बहुत ज्यादा होते हैं, तब इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इसका मतलब है कि एक छोटी सी चीज के लिए बहुत सारे लोग इच्छुक होते हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है।
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