
National Doctors Day 2025: डॉक्टर बनना कोई आसान सफर नहीं है। इसके लिए मेहनत, लगन और सही दिशा की जरूरत होती है। खासकर 10वीं या 12वीं के बाद अगर कोई छात्र मेडिकल फील्ड में जाना चाहता है, तो उसे पहले से ही सही जानकारी और प्लानिंग की जरूरत होती है। National Doctors Day 2025 के मौके पर जानिए कि भारत में डॉक्टर कैसे बनते हैं, कौन-कौन से एग्जाम देने होते हैं। 10वीं-12वीं के बाद डॉक्टर बनने का पूरा गाइड।
अगर आपने सोच लिया है कि आपको डॉक्टर बनना है तो, इसके लिए आपको 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम का (PCB) चुनाव करना जरूरी है। अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो 10वीं के बाद 11वीं-12वीं में Physics, Chemistry और Biology वाले साइंस स्ट्रीम का चुनाव करें। यही डॉक्टर बनने की पहली सीढ़ी है।
11वीं-12वीं के साथ ही NEET (National Eligibility cum Entrance Test) की तैयारी शुरू करना बहुत जरूरी है, क्योंकि MBBS या BDS में एडमिशन का रास्ता यहीं से खुलता है।
NEET Exam देना होगा: मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए भारत सरकार की ओर से सिर्फ एक ही प्रवेश परीक्षा होती है NEET-UG। डॉक्टर बनने के लिए इसे पास करना जरूरी है।
NEET में अच्छा स्कोर लाकर आप किसी सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में MBBS में एडमिशन ले सकते हैं। ये कोर्स 5.5 साल का होता है (जिसमें 1 साल की इंटर्नशिप शामिल होती है)।
MBBS के बाद आप चाहें तो प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं या फिर आगे की पढ़ाई करके विशेषज्ञ (Specialist Doctor) बन सकते हैं। जिसमें-
| एग्जाम | उद्देश्य | योग्यता |
| NEET-UG | MBBS/BDS के लिए | 12वीं (PCB) पास |
| NEET-PG | MD/MS के लिए | MBBS पास |
| INI-CET | AIIMS, JIPMER जैसे कॉलेजों में PG के लिए | MBBS पास |
| FMGE | विदेश से MBBS करने वालों के लिए भारतीय लाइसेंस | विदेशी MBBS डिग्री |
MBBS के बाद शुरुआती सैलरी 50,000 से शुरू होकर लाखों में जा सकती है। विशेषज्ञ बनने पर और भी अधिक सैलरी और सम्मान दोनों मिलते हैं। सरकारी अस्पतालों, AIIMS और आर्मी में डॉक्टरों की बहुत मांग होती है।