क्या 9वीं से 11वीं के अंक तय करेंगे 12वीं का रिजल्ट? NCERT का नया प्रस्ताव!

सार

NCERT New Proposal: एनसीईआरटी ने कक्षा 12 के अंकों की गणना के लिए एक नया मूल्यांकन मॉडल प्रस्तावित किया है जो कक्षा 9 से 11 तक के प्रदर्शन को भी ध्यान में रखेगा। इस मॉडल में वोकेशनल और स्किल बेस्ड ट्रेनिंग को भी शामिल किया जाएगा।

NCERT New Proposal: एनसीईआरटी ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा के अंकों की गणना के लिए एक नया और प्रभावशाली मूल्यांकन मॉडल पेश किया है। इस नए मॉडल के अनुसार, कक्षा 12 के अंक अब सिर्फ इस साल की परीक्षा पर आधारित नहीं होंगे, बल्कि कक्षा 9 से लेकर कक्षा 11 तक के छात्रों के प्रदर्शन को भी ध्यान में रखा जाएगा। इसके साथ ही, व्यावसायिक और कौशल आधारित प्रशिक्षण को भी शामिल किया जाएगा, जिससे शिक्षा का व्यापक दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके। आइए जानते हैं इस नए मॉडल के तहत कक्षा 12 के अंकों की गणना कैसे की जाएगी और यह प्रणाली किस प्रकार छात्रों के भविष्य को प्रभावित कर सकती है।

एनसीईआरटी का प्रस्तावित नया मॉडल

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राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा के अंकों की गणना के लिए एक नया मूल्यांकन मॉडल प्रस्तावित किया है। इस मॉडल के तहत, कक्षा 9 से 11 तक के छात्रों की परफॉर्मेंस को भी ध्यान में रखा जाएगा।

पारख की नई रिपोर्ट

एनसीईआरटी पारख द्वारा जारी की गई रिपोर्ट "सभी शिक्षा बोर्डों में समानता स्थापित करना" ("Establishing Equivalence across Education Boards") के अनुसार, कक्षा 12 के बोर्ड परीक्षा के अंक अब कक्षा 9 से 11 तक की परफॉर्मेंस पर आधारित होंगे। इसके साथ ही स्किल बेस्ड और वोकेशनल ट्रेनिंग को भी शामिल किया जाएगा।

अंकों की गणना कैसे होगी?

एनसीईआरटी के प्रस्ताव के अनुसार, कक्षा 12 के अंकों की गणना इस प्रकार की जाएगी:

कक्षा 9 के अंक: 15% वेटेज

कक्षा 10 के अंक: 20% वेटेज

कक्षा 11 के अंक: 25% वेटेज

कक्षा 12 के अंक: 40% वेटेज

9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में मूल्यांकन का तरीका

कक्षा 9: फॉर्मेटिव असेसमेंट को 70% वेटेज और समेटिव असेसमेंट को 30% वेटेज।

कक्षा 10: फॉर्मेटिव और समेटिव असेसमेंट को समान वेटेज।

कक्षा 11: समेटिव असेसमेंट को 60% वेटेज और फॉर्मेटिव असेसमेंट को 40% वेटेज।

कक्षा 12: समेटिव असेसमेंट को 70% वेटेज और फॉर्मेटिव असेसमेंट को 30% वेटेज।

क्रेडिट सिस्टम और वोकेशनल एजुकेशन

प्रस्ताव के अनुसार, मूल्यांकन को क्रेडिट के आधार पर मापा जाएगा:

कक्षा 9 और 10 में प्रत्येक में 40 क्रेडिट

कक्षा 11 और 12 में प्रत्येक में 44 क्रेडिट

NEP 2020 के अनुसार

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के तहत, पारख ने पाठ्यक्रम में वोकेशनल और स्किल बेस्ड विषयों को अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव दिया है।

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