
Sundar Pichai IIT Engineering Branch: जेईई एडवांस्ड 2025 का रिजल्ट जारी होने के बाद देशभर के सफल स्टूडेंट्स अब JoSAA काउंसलिंग के जरिए टॉप IITs में एडमिशन का सपना देख रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार हर साल की तरह इस बार भी लाखों छात्रों की पहली पसंद है IIT की Computer Science ब्रांच। इंजीनियरिंग ब्रांच में CS पहली पसंद होने की वजह यह है कि ज्यादातर स्टूडेंट्स टेक्नोलॉजी की दुनिया में बड़ा नाम बनाना चाहते हैं। क्या आप जानते हैं कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी एक आईआईटियन हैं। जानिए Google के CEO सुंदर पिचाई की IIT एजुकेशनल जर्नी के बारे में। लाखों-करोड़ों युवाओं के आदर्श बन चुके सुंदर पिचाई ने कौन से आईआईटी से पढ़ाई की थी और उनका इंजीनियरिंग ब्रांच कौन सा था, पूरी डिटेल।
सुंदर पिचाई का जन्म 10 जून 1972 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उनका पूरा नाम पिचाई सुंदरराजन है। उनके पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश कंपनी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे और उनकी अपनी एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी थी। मां लक्ष्मी पिचाई एक स्टेनोग्राफर थीं। सुंदर पिचाई बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे। उन्होंने कक्षा 10 तक की पढ़ाई चेन्नई के जवाहर नवोदय विद्यालय से पूरी की और फिर 12वीं की परीक्षा वना वाणी स्कूल, चेन्नई से पास की। उसके बाद JEE में सफलता हासिल कर आईआईटी में अपनी सीट पक्की की।
JEE की तैयारी करने वाले ज्यादातर छात्र Computer Science ब्रांच को पहली पसंद मानते हैं। सुंदर पिचाई का भी सपना था IIT मद्रास में कंप्यूटर साइंस पढ़ने का। लेकिन उस समय उनकी रैंक लगभग 1100-1200 के बीच आई, जिसकी वजह से उन्हें ये ब्रांच नहीं मिल पाई। इसके बजाय उनका एडमिशन IIT खड़गपुर में Metallurgical Engineering ब्रांच में हुआ। उन्होंने निराश होने के बजाय इसी ब्रांच में मेहनत की और 1993 में BC Roy Silver Medal जीतकर अपनी काबिलियत साबित की।
IIT खड़गपुर से B.Tech करने के बाद सुंदर पिचाई ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (USA) से मैटेरियल साइंस में मास्टर डिग्री (MS) हासिल की। इसके बाद उन्होंने व्हार्टन स्कूल, पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से MBA किया, जहां उन्हें दो प्रतिष्ठित पुरस्कार सीबेल स्कॉलर और पामर स्कॉलर से सम्मानित किया गया।
सुंदर पिचाई ने अपने करियर की शुरुआत एप्लाइड मैटेरियल्स और फिर मैकिन्से एंड कंपनी में की। साल 2004 में वो Google से जुड़े, जहां उन्होंने Chrome, Google Toolbar, Google Drive और Android जैसे कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया। धीरे-धीरे उन्होंने कंपनी में टॉप पोस्ट तक सफर तय किया और 2015 में Google के CEO बने। बाद में Alphabet Inc. (Google की पैरेंट कंपनी) के भी CEO बने।
Forbes की रियल-टाइम बिलेनियर लिस्ट के मुताबिक, सुंदर पिचाई की कुल संपत्ति लगभग 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब ₹9000 करोड़) है। सुंदर पिचाई की कहानी इस बात का उदाहरण है कि अगर लगन हो तो रास्ता खुद बनता चला जाता है। चाहे मनचाही ब्रांच मिले या नहीं, मेहनत और लगन से कोई भी IIT छात्र अपनी मंजिल हासिल कर सकता है। आज सुंदर पिचाई IIT खड़गपुर के मेटलर्जिकल ब्रांच से निकलकर दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी के CEO हैं।