जामिया मीलिया मिनी इंडिया से कम नहीं, यहां सब कुछ मिलेगा...वीसी प्रो. नजमा अख्तर ने बेबाकी से रखी बात

जामिया मीलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की पहला महिला वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर ने बेबाकी से अपनी बात रखते हुुए कहा कि यह यूनिवर्सिटी अपने आप में मिनी भारत के जैसा है। यहां देश भर के विद्यार्थी, प्रोफेसर, रिसर्चर्स आपको मिलेंगे।

 

एजुकेशन डेस्क. जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का देश भर में नाम है। विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति प्रो. नजमा अख्तर भी विश्विविद्यालय में पूरे भारत को देखती हैं। उनका कहना है कि यह यूनिवर्सिटी अपने आप में मिनी भारत के समान है. यहां आपको सबकुछ मिलेगा। देश भर के शिक्षक, छात्र और शोधकर्ता भी आपको मिल जाएंगे।

प्रो. अख्तर कहती हैं कि जामिया मीलिया पूरे देश में प्रवेश परीक्षा आयोजित कराता है ताकि पूरे भारत से छात्रों को यहां पढ़ने का मौका मिल सके. इसके माध्यम से भारत की विविधता को भी संरक्षित रखने में सफल हो पा रहे हैैं।  विद्यार्थियों को भी ऐसा माहौल दिया जाता है कि वे अपने आप को कहीं दूर या भटका हुआ महसूस नहीं करते।

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प्रोफेसर नजमा अख्तर 2019 में जामिया मीलिया की कुलपति बनी थीं।  प्रो. नजमा का कहना है कि जामिया यह सुनिश्चित करता है कि विवि का हर छात्र राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे। संस्थान राष्ट्रवाद  और तमाम चुनौतियों से निपटने में सहयोग करता है। जामिया मीलिया अपने मिशन को ध्यान  में रखते हुए युवाओं को शिक्षित करता है। 

बालिकाओं की उच्च शिक्षा पर स्पष्ट की राय 
प्रो नजमा का कहना है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके कई कारण हैं लेकिन जामिया विश्वविद्यालय का बेहतर शैक्षणिक माहौल, यहां का अनुशासन, सुरक्षा और बेहतर व्यवस्था उन्हें हर प्रकार से आश्वस्त करती है। यही कारण है कि तमाम मुस्लिम परिवारों की लड़कियां यहां पढ़ती हैं औऱ अभिभावक भी उन्हें यहां पढ़ने के लिए भेजने में सुरक्षित महसूस करते हैं। प्रो. अख्तर का कहना है कि यहां छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति की भी सुविधा है।

मुस्लिम शिक्षा को बढ़ावा देने में जामिया विश्वविद्यालय के योगदान पर उन्होंने कहा कि नेशनल यूनिवर्सिटी होने के कारण संस्थान में हर व्यक्ति प्रवेश ले सकता है लेकिन क्योंकि यह अल्पसंख्यक संस्थान है और यहां पर मुस्लिम विद्यार्थियों के लिए आरक्षण है इस कारण समुदाय विशेष के छात्रों की संख्या भी अधिक है।

शिक्षा क्षेत्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त हैं प्रो नजमा अख्तर 
प्रो नजमा अख्तर ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने शिक्षा क्षेत्र में बेहतरीन योगदान देने के लिए  डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की है। पहले वह राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (NIEPA) में कार्यरत थीं।  प्रो नजमा को रक्षा मंत्रालय की ओर से कर्नल कमांडेंट एनसीसी की मानक उपाधि भी प्रदान की जा चुकी है। content source: Awaz The Voice

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