IAS Success Story: नहीं मानी हार-डटे रहे और आखिरकार 5वें-6वें अटेंप्ट में क्रैक कर लिया UPSC

Published : Dec 23, 2025, 08:00 AM IST

IAS Success Story: जानिए ऐसे 5 IAS अफसरों की दिलचस्प और प्रेरक जर्नी, जिसमें किसने 5वें तो किसी ने 6वें अटेंप्ट में UPSC परीक्षा क्रैक की। जिन्होंने बार-बार नाकामी मिलने के बाद भी हार नहीं मानी और अपनी मेहनत और हौसले से सिविल सर्विसेज में सफलता पाई।

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हार मान लेते तो IAS न बनते ये 5 अफसर

UPSC सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। यहां हर साल लाखों युवा सपना लेकर उतरते हैं, लेकिन कामयाबी कुछ ही को मिलती है। कई लोग पहली नाकामी में हार मान लेते हैं, तो कुछ ऐसे भी होते हैं जो बार-बार गिरने के बाद भी उठते हैं। जानें ऐसे अफसर के बारे में जिसमें से किसी ने 5वें अटेंप्ट में, तो किसी ने 6वें अटेंप्ट में जाकर IAS बनने का सपना पूरा किया।

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शक्ति दुबे: 6वें अटेंप्ट में टॉप कर IAS बनीं

प्रयागराज की रहने वाली शक्ति दुबे ने UPSC 2024 में छठे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की। शुरुआती अटेंप्ट्स में असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। कोविड के दौरान दिल्ली की कोचिंग छोड़कर घर लौटना पड़ा, इसके बाद उन्होंने सेल्फ स्टडी से तैयारी जारी रखी। शक्ति दुबे ने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस को ऑप्शनल चुना। उन्होंने लिखित परीक्षा में 843 और इंटरव्यू में 200 नंबर हासिल किए। उनकी कहानी उन छात्रों के लिए सबक है, जो बार-बार फेल होने के बाद खुद पर शक करने लगते हैं।

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IAS अवनीश शरण: 10 बार फेल, फिर 77वीं रैंक

अवनीश शरण की कहानी हर उस छात्र के लिए है, जो कम नंबरों को अपनी कमजोरी मान लेता है। 10वीं में 44%, 12वीं में 65% और ग्रेजुएशन में 60% अंक पाने वाले अवनीश 10 बार स्टेट PCS में फेल हुए। UPSC CAPF और CDS में भी असफलता मिली। इसके बावजूद उन्होंने खुद पर भरोसा बनाए रखा। पहले UPSC अटेंप्ट में इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ। दूसरे अटेंप्ट में उन्होंने ऑल इंडिया 77वीं रैंक हासिल कर ली। 

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IAS प्रियंका गोयल: 5 अटेंप्ट, बीमारी और असफलता के बीच मिली सफलता

प्रियंका गोयल का UPSC सफर आसान नहीं रहा। पहले अटेंप्ट में प्रीलिम्स भी नहीं निकला। दूसरे में 0.7 मार्क्स से चूक गईं। तीसरे में मेंस फेल, चौथे में CSAT में अटक गईं। पांचवें अटेंप्ट के दौरान कोविड में उनकी मां के फेफड़े 80% तक डैमेज हो गए। इन सब मुश्किलों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने 5वें अटेंप्ट में UPSC 2022 में 369वीं रैंक हासिल की। 

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IAS यशनी नागराजन: जॉब के साथ तैयारी कर चौथे अटेंप्ट में पाई सफलता

यशनी नागराजन उन उम्मीदवारों के लिए मिसाल हैं जो नौकरी के कारण तैयारी छोड़ने का सोचते हैं। उन्होंने फुल टाइम जॉब के साथ रोज सिर्फ 4-5 घंटे पढ़ाई की और चौथे अटेंप्ट में UPSC 2019 में 57वीं रैंक हासिल की। यशनी का मानना है कि टाइम मैनेजमेंट सबसे बड़ा हथियार है। शुरुआत में उन्होंने गलत ऑप्शनल चुन लिया था, जिससे नुकसान हुआ। गलती समझकर सब्जेक्ट बदला और रणनीति बदली। निबंध और एथिक्स पर खास फोकस किया। 

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IAS पीके सिद्धार्थ रामकुमार: चौथे अटेंप्ट में चौथी रैंक

पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने UPSC CSE 2023 में ऑल इंडिया रैंक 4 हासिल की। यह उनका चौथा प्रयास था। पहले अटेंप्ट में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए थे। 2022 में 121वीं रैंक आने पर उन्हें IPS मिला और वे ट्रेनिंग में थे, तभी 2023 का रिजल्ट आया। खास बात यह रही कि उनके परिवार को यह तक पता नहीं था कि वह फिर से परीक्षा दे रहे हैं। आर्किटेक्चर ग्रेजुएट सिद्धार्थ ने धैर्य के साथ तैयारी जारी रखी।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...
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