शिक्षा में बदलाव के लिए जानिए कहां होने जा रहा 'ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन' प्री-शिखर सम्मेलन, क्या है उद्देश्य

एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत के साथ ही कम और मध्यम आय वाले देशों ने शिक्षा पर अपने खर्चे को कम कर दिया है, जिसमें वास्तविक खर्च में औसतन 13.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।

Asianet News Hindi | Published : Jun 27, 2022 5:51 AM IST

करियर न्यूज : फ्रांस (France) की राजधानी पेरिस (Paris) में 28-30 जून तक 'ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन' प्री-शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। शिक्षा, नीति और व्यापार जगत के नेताओं और युवा कार्यकर्ताओं के इस सम्मेलन की मेजबानी को यूनेस्को (UNESCO) तैयार है। इस सम्मेलन का उद्देश्य विश्व स्तर पर शिक्षा में बदलाव का रोडमैप तैयार करना है। 
यह बैठक सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में होने वाले ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन समिट (TES) से पहले की है। यह उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (António Guterres) की तरफ से कोरोना महामारी (COVID-19) के बाद शिक्षा में बदलाव और बेहतरी के लिए बुलाया गया है।

पांच विषयों पर केंद्रित होगा सम्मेलन
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देशय कोविड के बाद शिक्षा में बदलाव करना है। ताकि छात्रों को बेहतर क्वॉलिटी मिल सके। यह बैठक मुख्य रुप से पांच विषयों पर केंद्रित है। पहला स्कूल, दूसरा लाइफ टाइम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, तीसरा टीचर, चौथा कनेक्टिविटी और पांचवा वित्त पोषण शिक्षा है। इस सम्मेलन के माध्यम से दुनियाभर के युवाओं की बातचीत में उनके सुझाए विचारों पर मंथन किया जाएगा। 

कौन-कौन होगा शामिल
इस प्री-शिखर सम्मेलन में 140 देशों के मंत्री और शिक्षा मंत्री शामिल होंगे। इथियोपिया और सिएरा लियोन के राष्ट्राध्यक्ष भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। सके साथ ही यूनेस्को के महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए यूरोपीय संघ के आयुक्त जुट्टा उर्पिलैनन, उप महासचिव अमीना जे. मोहम्मद, यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक कैथरीन एम. रसेल, शिखर सम्मेलन के विशेष सलाहकार लियोनार्डो गार्नियर, सलाहकार समिति के सह-अध्यक्ष डेविड सेंगेह, युवा कार्यकर्ता, शिक्षा के चैंपियन और यूनेस्को सद्भावना राजदूत सलिफ त्रोरे शामिल होंगे।

कोविड के बाद एजुकेशन पर खर्च कम हुआ
यूनेस्को की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि कोरोना महामारी के बाद का समय प्राइमरी एजुकेशन, लर्निंग, टेक्नोलॉजी और एजुकेशन के लिए फंडिंग को लेकर नए विकल्पों पर चर्चा का विषय है। क्योंकि एक रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान लगाया गया है कि कोविड के बाद कम और मध्यम आय वाले देशों ने 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत के साथ ही शिक्षा पर अपने खर्चे को कम कर दिया है, जिसमें वास्तविक खर्च में औसतन 13.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके अलावा, 2020 में, 43 द्विपक्षीय सहयोगियों ने भी शिक्षा के लिए अपनी सहायता कम कर दी है।

कोविड में प्रभावित हुआ एजुकेशन
विश्व बैंक, यूनेस्को की वैश्विक शिक्षा रिपोर्ट और यूनेस्को के सांख्यिकी संस्थान द्वारा बताया गया है कि कोविड की चपेट में आने के बाद दुनिया में शिक्षा भी काफी प्रभावति हुई है। यह सस्टेनेबल तक पहुंचने के लिए निर्धारित 15 साल के समय के ठीक मध्य में है। इस समय समझने की बात है कि दुनिया में जो एजुकेशन लक्ष्य है, वह कहां है और उसे पूरा करने के लिए क्या-क्या काम करने की जरुरत है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक सार्वजनिक भलाई के रूप में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्राथमिकता देना है, जैसे स्वच्छ हवा और पानी, स्वास्थ्य और सुरक्षा।

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