अब हिन्दी में होगी MBBS की पढ़ाई: इस राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने की घोषणा, कहा- कोर्स नहीं बदलेगा

Published : Jan 29, 2022, 03:45 PM IST
अब हिन्दी में होगी MBBS की पढ़ाई: इस राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने की घोषणा, कहा- कोर्स नहीं बदलेगा

सार

मंत्री ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम जल्द से जल्द यह कोशिश करेंगे की MBBS की पढ़ाई हिन्दी में शुरू करें। उऩ्होंने कहा कि हिन्दी में पढ़ाई के लिए पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा लेकिन कोर्स का अनुवाद किया जाएगा।  

करियर डेस्क.  मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार जल्द ही हिंदी भाषा में एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई शुरू करने की योजना बना रही है। प्रदेश के  चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Vishvas Kailash sarang) ने इसकी घोषणा की है। मंत्री ने कहा- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी मनत्वय है कि हैं एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी भाषा में हो। हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा और बार-बार लगातार इस बात की मांग उठ रही थी हिंदी में एमबीबीएस का पाठ्यक्रम होना चाहिए। इसलिए प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अब हिंदी भाषा में भी एमबीबीएस की पढ़ाई होगी।

उन्होंने कहा कि विश्व की स्टडी भी यह कहती है कि किसी भी तरह की पढ़ाई यदि मातृ भाषा में होगी तो उसके परिणाम और अधिक सुखद होंगे। इसलिये हमने भी यह निश्चय किया है कि पाठ्यक्रम में बिना किसी बदलाव के हिंदी में भी पाठ्यक्रम आ सके इसकी हमने तैयारी कर ली है। विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि हमने इसकी तैयारी कर ली है। हमने एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई है। कमेटी में यह निर्णय लिया है कि अब एमबीबीएस पाठ्यक्रम में अनुवाद के साथ-साथ इस बात को भी सुनिश्चित करेंगे कि लेक्चर में भी हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाए। सरकार ने इसकी पूरी कार्ययोजना बना ली है। जल्द से जल्द सुनिश्चित करेंगे कि हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हो सके।

 

 

नहीं होगा कोर्स में कोई बदलाव
मंत्री ने शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम जल्द से जल्द यह कोशिश करेंगे की MBBS की पढ़ाई हिन्दी में शुरू करें। उऩ्होंने कहा कि हिन्दी में पढ़ाई के लिए पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा लेकिन कोर्स का अनुवाद किया जाएगा।  

कोरोना के आंकड़ों पर बोले मंत्री 
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि एमपी में 24 घंटे में 8 हज़ार 678 मरीज सामने आए है। प्रदेश में अभी 66 हजार एक्टिव केस है। 73 हजार से ज्यादा टेस्ट प्रदेश में किए गए। मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन करते हुए 2 प्राथमिकताओं पर विशेष ध्यान दे रहें है। वैक्सीनेशन और टेस्टिंग पर हम विशेष ध्यान दे रहे हैं। तीसरी लहर में कोरोना के मरीज के गंभीर रूप से संक्रमित न होने पर मंत्री सांरग बोले कहा कि ये मोदी वैक्सीन का सफल परिणाम है जिसके चलते पॉजिटिव केस होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं।

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