क्यों मनाते हैं Teachers' Day? इंडिया से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक में पढ़ाने वाले राधाकृष्णन की कहानी

5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाता है। इस दिन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। राधाकृष्णन टीचर और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 5, 2020 3:42 AM IST / Updated: Sep 05 2020, 03:16 PM IST

करियर डेस्क. Teachers' Day 2020:  भारत में 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाता है। इस दिन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। राधाकृष्णन टीचर और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन दार्शनिक, राजनीतिज्ञ और विद्वान थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा और देश के युवाओं के लिए समर्पित कर दिया।

उन्होंने कहा था कि मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय उस दिन टीचर्स डे मनाया जाए और उस दिन से साल 1962 से अब तक हर साल 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाता है।

प्रारंभिक जीवन

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 1888 में तमिलनाडु के तिरुथानी में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। वे शुरू से ही काफी प्रखर स्टूडेंट थे। उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से दर्शन शास्त्र की पढ़ाई की।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक में दी शिक्षा 

पढ़ाई पूरी करने के बाद राधाकृष्णन ने मैसूर यूनिवर्सिटी से लेकर कलकत्ता यूनिवर्सटी तक कई कॉलेजों में पढ़ाया। वे आंध्र यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर भी रहे। डॉ. राधा कृष्णन पहले भारतीय थे जिन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में किसी पद को धारण किया। वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ईस्टर्न रिलीजन एंड एथिक्स के प्रोफेसर थे। यहां वीकिपीडिया पर जाकर आप उनके विषय में रोचक बातें पढ़ सकते हैं।

भारत रत्न से हुए सम्मानित

डॉ. राधा कृष्णन ने यूनस्को में भारतीय शिष्टमंडल को लीड भी किया और 1948 में एक्जीक्यूटिव बोर्ड के चेयरमैन भी चुने गए। साल 1954 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया गया। डॉ. राधा कृष्णन का 16 अप्रैल 1975 में चेन्नई में निधन हो गया। 

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