Chhatisgarh Child Rahul Sahu rescue operation भूपेश सरकार ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने का आदेश दिया है। कई दिनों से चल रहे ऑपरेशन के बीच चिंताजनक बात यह है कि राहुल की हलचल थोड़ी कम हो गई है।
जांजगीर। ग्यारह साल के राहुल को बोरवेल (Chhatisgarh Rahul Sahu fell in borewell) से निकालने के लिए भूपेश बघेल सरकार की जद्दोजहद जारी है। पिछले 77 घंटों से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता में कुछ ही घंटों का फासला है। बोरवेल के समानांतर खोदे गए गड्ढे से राहुल महज तीन फीट की दूरी पर है। हाथ से ही मिट्टी हटाई जा रही है। आंधी के बावजूद ऑपरेशन जारी है। उधर, भूपेश सरकार ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने का आदेश दिया है। कई दिनों से चल रहे ऑपरेशन के बीच चिंताजनक बात यह है कि राहुल की हलचल थोड़ी कम हो गई है। हालांकि, अधिकारियों का दावा है कि वह राहुल को देख पा रहे हैं और वह सांस ले रहा है।
राहुल को बाहर निकालने के बाद अलर्ट मोड
राहुल को बोरवेल से बाहर निकालने के बाद एनडीआरएफ व मेडिकल टीम पूरी तरह से अलर्ट मोड़ में है। एनडीआरएफ, ऑक्सीजन व मॉस्क के साथ अंदर जाने को तैयार है ताकि राहुल को बाहर निकाला जा सके। वहीं, मेडिकल टीम्स को भी अलर्ट मोड में रख दिया गया है। मौके से बिलासपुर एम्स तक के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है ताकि राहुल को हेल्थ चेकअप के लिए बिना देर किए पहुंचाया जा सके।
शुक्रवार को गिर गया था बोरवेल में राहुल
शुक्रवार को जांजगीर-चंपा जिले में 11 साल का बच्चा राहुल 80 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। राहुल मूक-बधिर है। वह मानसिक रूप से कमजोर भी है। पिहरीद गांव के बोरवेल में गिरे राहुल को निकालने के लिए पहले रोबोटिक्स टेक्निक का प्रयोग किया गया लेकिन रविवार की शाम तक वह फेल हो गया। इसके बाद दूसरे तरीके से बच्चे को निकालने की प्रक्रिया जारी है। पिछले 77 घंटे से अधिक समय से राहुल को सकुशल निकालने का भागीरथी प्रयास हो रहा है।
चार दिनों से सैकड़ों अधिकारी मौके पर...
जिले के कलक्टर व एसपी की देखरेख में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए आधा दर्जन से अधिक आईएएस व आईपीएस अधिकारियों को राज्य सरकार ने मौके पर भेजा है। चार दिनों से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में 50 से अधिक एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पैरामिलिट्री के जवान लगे हुए हैं। राहुल को बचाने जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला, एसपी विजय अग्रवाल के साथ 4 आईएएस, 2 आईपीएस, 1 एएसपी, 2 डिप्टी कलेक्टर, 5 तहसीलदार, 4 डीएसपी, 8 इंस्पेक्टर सहित तीन जिलों रायगढ़, दुर्ग व बिलासपुर से रेस्क्यू टीम बुलाई गई है। मौके पर 120 पुलिस के जवानों के अलावा 32 एनडीआरएफ, 15 एसडीआरएफ और सेना के जवान मौजूद हैं। करीब 500 अधिकारियों/कर्मचारियों की फौज किसी भी सूरत में राहुल को बचाने के लिए तैनात किए गए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आदेश-हर हाल में बचाएं राहुल को
बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास पहुंचते ही, उसके सुरक्षित निकालने के लिए कई जिलों के अधिकारियों व रेस्क्यू ऑपरेशन टीम को लगाया है। मुख्यमंत्री ने बच्चे के माता पिता से फोन पर बात की है। सीएम ने परिजन को आश्वास्त किया कि किसी भी सूरत में राहुल को सकुशल निकाल लिया जाएगा।
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