भूपेश बघेल ने दी ED को चुनौती, बोले-हद में रहकर जांच करें, अमानवीय व्यवहार की शिकायत मिली तो होगी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ में ईडी ने खनन ट्रांसपोर्टर्स से कथित जबरन वसूली से जुड़े मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू किया था। इस मामले में ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई और दो कोयला व्यापारियों समेत चार लोगों को अरेस्ट भी किया था। 

Dheerendra Gopal | Published : Nov 28, 2022 12:45 PM IST

Bhupesh Baghel accuses ED for crossing limits: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी को अपनी हद में रहकर जांच करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय उनके राज्य में खनन ट्रांसपोर्ट वसूली घोटाला में जांच के दौरान पूछताछ में अमानवीय व्यवहार कर रही है। उन्होंने राज्य के अधिकारियों को ईडी अधिकारियों पर लगे आरोपों से केंद्र सरकार को अवगत कराने का भी आदेश दिया है। बघेल ने कहा कि ईडी अधिकारी अगर कानून में रहकर जांच नहीं करेंगे तो राज्य कानूनी कार्रवाई को बाध्य हो सकता है।

क्या आरोप लगाया है मुख्यमंत्री ने?

भूपेश बघेल ने बताया कि जांच एजेंसी कानूनों का उल्लंघन करते हुए राज्य में लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। एजेंसी जांच के नाम पर लोगों को प्रताड़ित और परेशान कर रही है। बघेल ने ईडी को चेताया कि वे अपनी सीमा से बाहर जानकर कार्य करना बंद करें। बताया कि जानकारी मिली है कि लोगों को डंडों से पीटा गया, पीने के लिए पानी नहीं दिया गया, कई घंटों तक बैठने नहीं दिया गया। यहां तक ​​कि सोने भी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार या कोर्ट, किसी भी जांच एजेंसी को इस तरह के अमानवीय व्यवहार की इजाजत नहीं देती है। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एजेंसी ने अपनी हदें पार कर दी हैं।

क्या है पूरा मामला?

हाल ही में छत्तीसगढ़ में ईडी ने खनन ट्रांसपोर्टर्स से कथित जबरन वसूली से जुड़े मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू किया था। इस मामले में ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई और दो कोयला व्यापारियों समेत चार लोगों को अरेस्ट भी किया था। 

छत्तीसगढ़ के अधिकारी केंद्र को दें जानकारी

सीएम भूपेश बघेल ने ईडी अधिकारियों पर लगे आरोपों के संबंध में केंद्र सरकार को अवगत कराने के लिए अपने राज्य के अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि ईडी के अनैतिक व अवैध कार्यों के संबंध में केंद्र सरकार को सूचित किया जाना चाहिए। राज्य में ईडी का पूरा सहयोग किया जा रहा है लेकिन अगर राज्य सरकार को प्रताड़ना या उत्पीड़न की शिकायत मिलती है तो वह कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगी।

बीजेपी विधायक को अरेस्ट करने पहुंची पुलिस पर क्या बोले?

भानुप्रतापपुर उपचुनाव में बीजेपी कैंडिडेट ब्रह्मानंद नेताम के खिलाफ झारखंड में दर्ज रेप केस मामले में गिरफ्तारी को पहुंची वहां की पुलिस टीम को लेकर उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस कार्रवाई करने पहुंची है तो यहां हंगामा क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने नेताम को गिरफ्तार करने की चुनौती दी थी और अगर झारखंड पुलिस यहां आ गई है तो हल्ला क्यों मचा रहे हैं और कार्रवाई को साजिश क्यों बता रहे हैं? उन्होंने बताया कि यह मामला मई 2019 में दर्ज हुआ था। उस समय झारखंड में बीजेपी के मुख्यमंत्री रघुवर दास सत्ता में थे। अगर यह साजिश है तो इस पर अपने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास से बीजेपी को पूछना चाहिए। 

यह भी पढ़ें:

केजरीवाल का डायमंड सिटी सूरत में सर्वाधिक सीटें जीतने का दावा, व्यापारियों को भय और धमकी से मुक्ति का वादा

कॉलेजियम सिस्टम पर कानून मंत्री की टिप्पणी से SC नाराज, बोला-हमें निर्णय लेने पर मजबूर न करें...

मासूम बेटी को कार में घुमाया, गले लगाकर प्यार किया और फिर गला घोंटकर मार डाला, वजह जान रह जाएंगे हैरान

पश्चिम बंगाल में केंद्र लागू करेगा CAA, ममता बनर्जी में दम है तो रोककर दिखाएं, शुभेंदु अधिकारी ने दी चुनौती

Share this article
click me!