छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं। प्रदेश के ज्यादातर वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपनी जीत दर्ज की है। लेकिन यहां एक प्रत्याशी को जीरो वोट मिला है। वह खुद भी अपने आप को वोट नहीं दे सका और ना ही ना ही पत्नी और बेटे से डलवा सका।
रायपुर. छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं। प्रदेश के ज्यादातर वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपनी जीत दर्ज की है। लेकिन इन परिणामों में सबसे ज्यादा चर्चा शिवसेना के एक प्रत्याशी की हो रही है। जो ना तो खुद वोट दे सका और ना ही पत्नी और बेटे से अपने लिए डलवा सका।
इस वजह से परिणाम रहा शून्य
दरअसल, यह दिलचस्प मामला नगर पंचायत भानुप्रतापपुर के वार्ड क्रमांक 13 का है। जहां से शिवसेना प्रत्याशी मेघराज चांडक ने चुनाव लड़ा था। लेकिन उनको इन चुनावों में शून्य वोट मिले। वह खुद भी अपना वोट अपने लिए नहीं दे सके। क्योंकि वह वार्ड क्रमांक 11 में रहते हैं, जबकि उन्होंने 13 वार्ड से चुनाव लड़ा था।
पत्नी और बेटे से नहीं डलवा सका वोट
उनकी पत्नी और बेटा ने भी इन चुनावों में वोट डाला लेकिन किसी दूसरे प्रत्याशी के लिए। क्योंकि वह भी मेघराज चांडक के साथ वार्ड क्रमांक 11 में रहते हैं। उनके पूरे परिवार का वोटर कार्ड 11 वार्ड का बना है। हद तो जब हो गई जब उनके उनके प्रस्तावक बने शख्स ने भी उन्हें वोट नहीं दिया। इसी के चलते नतीजा शून्य रहा।
ऐसा रहा नगरीय निकायों का परिणाम
21 दिसंबर को प्रदेश के 151 नगरीय निकायों में वोटिंग हुई थी। इनके परिणाम 24 दिसंबर की देर रात तक सामने आए। 151 निकायों में से 77 में कांग्रेस, 56 में बीजेपी को जीत मिली। वहीं 12 निकायों में दोनों ही पार्टियों के लगभग बराबर प्रत्याशी जीते हैं। यहां मुकाबला 50-50 रहा।