यह विवाद नारायणपुर जिले के गोर्रा गांव में शनिवार की रात में शुरू हुआ। कुछ लोग धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए लाठी-डंडों से लैस होकर गांव में घुस गए। यह लोग गांव के लोगों से मारपीट करने लगे।
Allegation of Conversion: धर्मांतरण को लेकर छत्तीसगढ़ में तीन दिनों से हिंसक बवाल हो रहा है। राज्य के नारायणपुर जिले में सोमवार को आदिवासी संगठनों का बवाल इतना बढ़ा कि कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने पहुंचे पुलिस कप्तान को भी लोगों ने निशाना बना लिया। प्रदर्शनकारियों ने न केवल पुलिस फोर्स पर हमला बोल दिया बल्कि एसपी का सिर भी फोड़ दिया। घायल एसपी और कई पुलिसकर्मियों का इलाज एक अस्पताल में चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए एक चर्च में तोड़फोड़ किया।
शनिवार की रात में शुरू हुआ बवाल
दरअसल, यह विवाद नारायणपुर जिले के गोर्रा गांव में शनिवार की रात में शुरू हुआ। कुछ लोग धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए लाठी-डंडों से लैस होकर गांव में घुस गए। यह लोग गांव के लोगों से मारपीट करने लगे। इस पर गुस्साएं गांववाले एकजुट हो गए। गांववालों की एकजुटता देखकर हमलावर भाग निकले। इसके अगले दिन रविवार को आदिवासी समाज ने एक पक्ष पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग के दौरान भी दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। गुस्साए लोगों ने ऐंड़का पुलिस पर ही हमला बोल दिया। इसमें पुलिस अफसर तुलेश्वर जोशी को भी लोगों ने निशाना बनाया। तुलेश्वर जोशी इस हमले में घायल हो गए और उन्होंने थाने में एफआईआर दर्ज कराया।
सोमवार को बंद का आह्वान
इस घटना के विरोध में उग्र प्रदर्शन शुरू हो गए। बताया जा रहा है कि आदिवासी समाज ने नरायणपुर बंद का आह्वान सोमवार को किया गया था। इसी दौरान किसी बात को लेकर लोग भड़क गए और उग्र हो गए। तोड़फोड़ और उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। लेकिन उग्र भीड़ शांतिनगर स्थित ईसाई समाज के बहुल वाले क्षेत्र में घुस गई। वहां स्थितियां अनियंत्रित होती देख पुलिस के लोग कानून-व्यवस्था के लिए मैदान में उतरे लेकिन उग्र भीड़ ने उनको भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। भीड़ ने पुलिस कप्तान को भी नहीं बख्शा और उनका सिर फट गया। एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि आदिवासी समाज के लोगों ने बैठक बुलाई थी। उसमें उनके लीडर्स से कलेक्टर के चेंबर में हम सब ने बात भी की थी। मगर उसी दौरान कुछ लोग चर्च में तोड़फोड़ करने पहुंच गए। ये पता चलने पर मैं वहां गया था। तभी मुझ पर हमला हुआ है। फिर हमने लोगों को समझाइश दी। इस केस में कार्रवाई की जाएगी।
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