12 घंटे तक गले में अटकी रहीं मां की सांसें, फिर यूं गले लगकर रो पड़ी 'ममता'

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में रविवार शाम 5.45 बजे किडनैप हुए 10 साल के बच्चे को पुलिस ने 12 घंटे बाद सकुशल ढूंढ निकाला। बच्चे को सुरक्षित देखकर परिजनों के टपटप आंसू बह निकले।

Asianet News Hindi | Published : Dec 9, 2019 10:20 AM IST

राजनांदगांव, छग. करीब 12 घंटे बाद अपने 10 साल के बेटे को सकुशल पाकर मां इतना रोई कि वहां मौजूद पुलिसवालों की आंखें भी भर आईं। मामला 10 वर्षीय नैतिक लुल्ला के अपहरण से जुड़ा है। नैतिक का रविवार शाम 5.45 बजे खंडेलवाल कॉलोनी से अपहरण कर लिया गया था। होटल व्यवसायी विनोद लुल्ला का बेटा नैतिक कॉलोनी में साइकिल चला रहा था, तभी बाइक सवार दो बदमाश उसे उठाकर ले गए थे। बदमाशों ने अपनी बाइक का साइलेंसर खराब कर रखा था, ताकि शोर के कारण बच्चे के चिल्लाने की आवाज किसी के कानों तक नहीं पहुंच सके।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई। चारों तरफ कड़ी नाकाबंदी के चलते बदमाशों के हौसले पस्त हो गए। करीब 12 घंटे की सर्चिंग के बाद पुलिस ने महाराष्ट्र सीमा पर बसे गांव कचारगढ़(साल्हेकसा) से बच्चे को सकुशल छुड़ा लिया। दोनों बदमाश भी पकड़े गए।

नैतिक के पिता भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। पुलिस को CCTV फुटेज खंगालने पर मालूम चला था कि बाइक महाराष्ट्र के नंबर की थी। आरोपी लुल्ला फैमिली में पिछले 5 साल से काम करता आ रहा था। 
 

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