मोपेड की चाबी छीने जाने के बाद पैदल घर लौट रहा था बुजुर्ग, रास्ते में आ गया हार्ट अटैक

लॉक डाउन के उल्लंघन की लगातार घटनाओं के बीच छत्तीसगढ़ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है।  यहां पुलिस की कार्रवाई से सदमे में आए एक बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 31, 2020 6:06 AM IST / Updated: Mar 31 2020, 11:38 AM IST

राजनांदगांव, छत्तीसगढ़. लॉक डाउन के उल्लंघन की लगातार घटनाओं के बीच छत्तीसगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस की कार्रवाई से सदमे में आए एक बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बुजुर्ग बेरीकेड्स लगे होने के बावजूद सब्जी मंडी में घुस रहा था। इस पर पुलिस ने उसकी मोपेड जब्त कर ली थी। बुजुर्ग वहां से पैदल अपने घर लौट रहा था। रास्ते में उसे हार्ट अटैक आया और मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे डंडा मारा था। हालांकि, पुलिस का तर्क है कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर बुजुर्ग की मोपेड जब्त की गई थी।

मोपेड जब्त होने का सदमा..
हरेकृष्ण देवनाथ उर्फ राजू(55) बंगाली पारा में रहते थे। वे लॉक डाउन के बाद भी घर से निकले थे। परिजनों का कहना है कि वे मेडिकल दुकान पर जा रहे थे। पुलिस ने गोल बाजार और सब्जी मंडी के भीतर जाने पर रोक लगाई हुई है। बाहर बेरीकेड्स लगाए गए हैं। बुजुर्ग बेरीकेड्स तोड़कर अंदर घुस रहा था। इस पर पुलिस ने मोपेड की चाबी छीन ली। बुजुर्ग पैदल ही अपने घर लौटने लगा। रास्ते में भगत सिंह चौक पर हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। आसपास के लोग उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। इस मामले में बंगाली समाज के अध्यक्ष असीम मलिक ने पुलिस पर डंडा मारने का आरोप लगाया है। इसकी शिकायत की गई है। थाना प्रभारी अलेक्जेंडर किरो ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

 

(फोटो: बुजुर्ग के अंतिम संस्कार की तैयारी करते परिजन)

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