देश में बढ़ता जा रहा कोरोना का खतरा, दो मीटर की दूरी और मल्टीलेयर कॉटन मास्क बनेगा संक्रमण को हराने का हथियार

एक स्टडी में कहा गया है, दो मीटर डिस्टेंस रखना, मल्टीलेयर कॉटन मास्क और आंखे ढकना कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे असरदार तरीका है। 

rohan salodkar | Published : Jun 3, 2020 6:10 AM IST / Updated: Jun 03 2020, 11:41 AM IST

नई दिल्ली. देश में कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है। हर रोज संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में लोगों से संक्रमण से बचाव के लिए तमाम सुझाव दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में एक स्टडी में कहा गया है, दो मीटर डिस्टेंस रखना, मल्टीलेयर कॉटन मास्क और आंखे ढकना कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे असरदार तरीका है। द लेंसेट जर्नल ने 16 देशों की 172 स्टडीज के ऊपर रिसर्च करके यह रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में कहा गया है अगर आप अस्पताल भी जाते हैं, जहां कोरोना के मरीज हैं, तो इन तरीकों से संक्रमण से बचा जा सकता है।

रिसर्च में कहा गया है कि इसके साथ ही हाथ धोते रहने से भी संक्रमण से बचने में काफी मदद मिलती है। अगर व्यक्ति संक्रमित मरीज से 1 मीटर से अधिक दूरी बनाए रखता है, तो केवल 2.6 प्रतिशत ही संक्रमण का खतरा रहता है। अगर एक मीटर से कम की दूरी होती है तो संक्रमण का खतरा 12.8 प्रतिशत हो जाता है। जितनी दूरी अधिक होगी उतना ही संक्रमण का खतरा कम होगा। मास्क न पहनने पर 17.4 प्रतिशत संक्रमण का खतरा रहता है और मास्क पहनने पर यह खतरा घटकर 3.1 प्रतिशत हो जाता है। फेस शील्ड या चश्मा पहनने पर संक्रमण का खतरा 16 प्रतिशत रहता है और चश्मे के साथ खतरा घटकर 5.5 प्रतिशत हो जाता है।

घर में बनाया जा सकता है कॉटन का मल्टीलेयर मास्क 

स्टडी में बताया कि कॉटन का मल्टीलेयर मास्क सबसे असरदार है। स्टडी के को-ऑथर प्रोफेसर शिचुनमैन ने कहा कि साधारण कपड़े का मास्क भी वायरस के संक्रमण से बचाने में काम आता है। उन्होंने कहा कि एन-95 और मेडिकल मास्क भी कारगर साबित होते हैं। प्रोफेसर के मुताबिक इनमें सबसे असरदार कॉटन का मल्टीलेयर मास्क है। उन्होंने कहा कि कॉटन के मास्क को घर पर बनाया जा सकता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। मास्क बनाते समय ध्यान रखें कि मास्क कॉटन का हो, मल्टीलेयर हो और चेहरे पर अच्छी तरह फिट आए।

भारत में इन बातों पर ध्यान देने का समय
ऑल इंडिया मेडिकल ऑफ साइंस के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में कोरोना अपने पीक पर है। हमें इन सभी बातों पर ध्यान देना चाहिए। वायरस को फैलने से रोकने के लिए हमें आईसोलेशन, सोशल डिस्टेसिंग, मास्क और लगातार हाथ धोने का ध्यान रखना होगा। गुलेरिया ने कहा कि वायरस संक्रमित व्यक्ति के छींकने, थूकने या उसकी सांस के जरिये दूसरों में फैलता है। हमें इन सभी से बचने के लिए बेहद सावधान रहना होगा। 

भारत में कोरोना का हाल 

भारत में पिछले 24 घंटे में 8,390 केस सामने आए हैं। वहीं, कुल केस 1 लाख 90 हजार से भी ज्यादा हो चुके हैं। केस के मामले में भारत, जर्मनी और फ्रांस को पीछे छोडक़र दुनिया में सातवें नंबर पर पहुंच गया है। 91,879 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। भारत में रिकवरी रेट 48.19 प्रतिशत है। वहीं, डेथ रेट 2.83 प्रतिशत है।  

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