भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उन रिपोर्ट्स को गलत बताया है जिनमें कहा गया था कि वह दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला से पहले विराट कोहली को कारण बताओ नोटिस भेजना चाहते थे।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने उन रिपोर्ट्स को गलत बताया है जिनमें कहा गया था कि वह दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला से पहले विराट कोहली ( Virat Kohli) को कारण बताओ नोटिस भेजना चाहते थे। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान गांगुली ने कहा कि इस बात में सच्चाई नहीं है कि मैं विराट कोहली को नोटिस भेजना चाहता था।
दरअसल गुरुवार को यह खबर सामने आई थी कि सौरव गांगुली साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टीम की रवानगी से पहले विराट कोहली को नोटिस भेजने वाले थे। सचिव जय शाह के समझाने के बाद यह फैसला टाल दिया गया था। मामला कप्तानी विवाद के बाद सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच चले विवाद से जुड़ा था। गांगुली ने कहा था कि विराट को टी-20 की कप्तानी छोड़ने से रोका गया, लेकिन विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उन्हें किसी ने नहीं रोका था। विराट ने यह भी दावा किया था कि वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने के महज 90 मिनट पहले उन्हें इस बारे में बताया गया।
विराट की इस बयानबाजी से गांगुली नाराज थे। गांगुली विराट को शो कॉज नोटिस भेजने वाले थे। BCCI के आधे से ज्यादा पदाधिकारी विराट को नोटिस भेजे जाने के पक्ष में थे, लेकिन एक तबका ऐसा करने के खिलाफ था। सचिव जय शाह नहीं चाहते थे कि विराट को नोटिस भेजकर मामले को और आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने गांगुली से बात की और इसके बाद नोटिस नहीं भेजने का फैसला किया गया।
एकदिवसीय और टेस्ट कप्तान बने रहना चाहते थे कोहली
कोहली ने कहा था कि वह टी-20 कप्तानी छोड़ने के बावजूद एकदिवसीय और टेस्ट कप्तान के रूप में बने रहना चाहते थे। हालांकि, उन्हें एकदिवसीय टीम के कप्तान पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया। चयनकर्ताओं ने कहा था कि सफेद गेंद क्रिकेट (50 ओवर और 20 ओवर के मैच) में वे दो कप्तान नहीं चाहते थे। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-1 से सीरीज हारने के बाद विराट ने टेस्ट टीम की भी कप्तानी अचानक छोड़ दी थी।
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