
स्पोर्ट्स डेस्क: कानपुर में भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की बल्लेबाजी के लिए याद रखा जाएगा। अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही शतक जमाकर उन्होंने टीम में अपने चयन के फैसले को एकदम सही साबित किया। श्रेयस ने अपनी सफलता का श्रेय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को दिया है। अय्यर का मानना है कि कोच द्रविड़ की सलाह के बाद उनकी बल्लेबाजी में सुधार हुआ।
अय्यर ने कहा, "मैं पहले भी ऐसी स्थिति में खेल चुका हूं, भारतीय टीम के लिए नहीं बल्कि अपनी रणजी टीम के लिए। एक अच्छे सत्र में अधिक से अधिक गेंदें खेलनी थी। मैं बहुत आगे की नहीं सोच रहा था, मैं बस वर्तमान की स्थिति को देखते हुए यह कर रहा था। राहुल द्रविड़ ने उन्हें दूसरी पारी में ज्यादा देर तक बल्लेबाजी करने के लिए कहा था। राहुल सर ने मुझे अधिक से अधिक गेंदों को खेलने के लिए कहा था और मैंने ऐसा ही करने का सोचा था।"
अय्यर ने शानदार प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा, "मेरा ध्यान अभी भी भारत के पहले टेस्ट जीतने पर है और ऐसा करने के लिए अभी भी हमें नौ विकेट लेने हैं, जबकि न्यूजीलैंड को पांचवें दिन 280 रन की
जरूरत है।" उन्होंने कहा कि भारतीय टीम में स्पिनरों की तिकड़ी सोमवार को उन्हें जीत दिला सकती है।"
अय्यर ने रचा इतिहास:
26 साल के श्रेयस अय्यर ने डेब्यू मैच की पहली पारी में शानदार शतक जमाया था। वहीं दूसरी पारी में 65 रन बनाकर टीम इंडिया को संकट से उबारा। अय्यर ने पहली पारी (105) में शतक और दूसरी पारी में
अर्धशतक लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था। उनसे पहले कोई भी भारतीय खिलाड़ी डेब्यू टेस्ट मैच में शतक और अर्धशतक नहीं जमा सका था।
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