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IND vs NZ 1st Test Day 4: तस्वीरों में देखिए भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच के चौथे दिन के खेल के खास पल
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कानपुर में खेले जा रहे भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने पकड़ मजबूत कर ली है। मैच के चौथे दिन भारत ने 234/7 पर अपनी पारी घोषित की। भारत ने न्यूजीलैंड को जीत के लिए 284 रनों का लक्ष्य दिया। दिन का खेल समाप्त होने पर न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 4 रन बनाए। टॉम लाथम 2 रन और विलियम शून्य पर नाबाद रहे। विल यंग (2 रन) के रूप में टीम को अश्विन ने पहला झटका दिया। न्यूजीलैंड को अब जीत के लिए 280 रन चाहिए।
दूसरी पारी में भारत की ओर सर्वाधिक 65 रन श्रेयस अय्यर ने बनाए। इसके बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का रहा। गर्दन के दर्द से परेशान होने के बावजूद उन्होंने नाबाद 61 रन बनाए। टेस्ट मैचों में ये उनका छठवां अर्धशतक रहा। तीन साल बाद उन्होंने टेस्ट में अर्धशतक जमाया। अक्षर पटेल 28 रन बनाकर नाबाद रहे। रविचंद्रन अश्विन ने अहम मौके पर 32 रनों की पारी खेली।
भारत के लिए इस मैच में जीत की संभावना काफी बढ़ गई है। भारत में अब तक टेस्ट मैचों में किसी भी विदेशी टीम ने 276 से ज्यादा का स्कोर चेज नहीं किया है। अंतिम बार 1976 में वेस्टइंडीज ने 276 रनों का टार्गेट चेज कर भारत को हराया था। इसके बाद भारत में दूसरा सबसे सफल रन चेज 207 रनों का रहा है।
भारत में विदेशी टीमों के सबसे सफल रन चेज:
276 बनाम वेस्टइंडीज, दिल्ली 1976
207 बनाम इंग्लैंड, दिल्ली 1972
194 बनाम ऑस्ट्रेलिया, बेंगलुरु 1990
टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड का सबसे सफल रन चेज 324 रनों का है जो उसने पाकिस्तान के खिलाफ 1993-94 में अपने ही मैदान पर हासिल किया था। कीवी टीम का दूसरा सबसे सफल रन चेज 317 रनों का है जो उसने बांग्लादेश के खिलाफ 2008-09 में हासिल किया था।
टेस्ट में न्यूजीलैंड के सबसे सफल चेज:
324 बनाम पाकिस्तान 1993/94
317 बनाम बांग्लादेश 2008/09
278 बनाम पाकिस्तान 1984/85
अश्विन ने दूसरी पारी में यंग का विकेट लेने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में विकेटों की संख्या 417 तक पहुंचा दी है। वे भारत की ओर से टेस्ट मैचों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में हरभजन सिंह के साथ संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज:
619 अनिल कुंबले
434 कपिल देव
417 हरभजन सिंह
417 रविचंद्रन अश्विन
411 ईशांत शर्मा
411 जहीर खान
पहली पारी में शतक जमाने वाले श्रेयस अय्यर ने दूसरी पारी में भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक जमाया। दूसरी पारी में वे 125 गेंदों में 65 रन बनाकर आउट हुए। 52 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने पारी में 8 चौके और 1 छक्का जमाया। डेब्यू टेस्ट मैच में शतक और अर्धशतक जमाकर उन्होंने इतिहास रच दिया। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय क्रिकेटर बने।
डेब्यू मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक जमाने का कारनामा तो दो भारतीय बल्लेबाज कर चुके हैं लेकिन डेब्यू टेस्ट मैच में शतक और अर्धशतक अब तक कोई भारतीय बल्लेबाज नहीं जमा पाया था। भारत की ओर से दिलावर हुसैन और सुनील गावस्कर डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक जमा चुके हैं।
टेस्ट डेब्यू में भारत की ओर से प्रत्येक पारी में 50+ स्कोर:
दिलावर हुसैन 59 और 57 बनाम इंग्लैंड कोलकाता 1933/34
सुनील गावस्कर 65 और 67* बनाम वेस्टइंडीज पोर्ट ऑफ स्पेन 1970/71
श्रेयस अय्यर 105 और 50* बनाम न्यूजीलैंड कानपुर 2021/22
कहते हैं जब वक्त खराब हो तो हर चीज आपके खिलाफ जाती है। यही कुछ पुजारा के साथ भी देखने को मिला। भारतीय पारी के 12वें ओवर की पहली गेंद पर जैमीसन ने पुजारा को विकेटकीपर ब्लंडेल के हाथों कैच कराया। कीवी टीम ने कैच आउट की अपील की लेकिन अंपायर ने उसे नकार दिया। इसके बाद कीवी टीम ने डीआरएस लिया। रिप्ले में पुजारा कैच आउट होते पकड़े गए और अंपायर ने उन्हें आउट करार दे दिया।
पुजारा पिछले काफी समय से फॉर्म से जूझ रहे हैं। उन्होंने अपना पिछला टेस्ट शतक जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया था। तब से लेकर अब तक 2 साल बीतने को हैं और 40 पारियां खेलने के बाद भी वे शतक नहीं लगा सके हैं। हालांकि इस दौरान वे 11 अर्धशतक जमा चुके हैं, लेकिन उनके जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज से ऐसे औसत प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती।
भारत की ओर से नंबर 3 पर बिना शतक के लगातार पारियां:
पारी - बल्लेबाज
40 चेतेश्वर पुजारा (2019-21)
39 अजीत वाडेकर (1968-74)
37 चेतेश्वर पुजारा (2013-16)
25 दिलीप वेंगसरकर (1979-82)
कीवी टीम के सबसे प्रमुख हथियार टीम साउदी के लिए यह टेस्ट मैच यादगार बन गया है। वे न्यूजीलैंड की ओर से भारत के खिलाफ दूसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज बन गए हैं। वे भारत के खिलाफ इस फॉर्मेट में 52 विकेट ले चुके हैं। भारत के खिलाफ उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ पूर्व गेंदबाज रिचर्ड हैडली (65) ने लिए हैं।
कप्तान अजिंक्य रहाणे के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद अब उनके आलोचक मुखर होने लगे हैं। उनके आलोचक सवाल उठा रहे हैं कि जब वे लगातार खराब खेल रहे हैं तो उन्हें क्यों मौके दिए जा रहे हैं। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को मौके क्यों नहीं दिए जा रहे हैं। रहाणे रिकॉर्ड को खंगालने पर कई कमजोर कड़ी जुड़ती है।
रहाणे पिछली 22 पारियों से शतक नहीं लगा सके हैं। वहीं इस टेस्ट में उनका बल्लेबाजी औसत मात्र 19.57 का रहा है। वहीं इस साल वे 8 बार तो दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए। जाहिर तौर पर ये आंकड़े रहाणे की प्रतिभा से मेल नहीं खाते लेकिन सच तो सच है। उन्हें जल्द ही अपना प्रदर्शन सुधारना होगा नहीं तो उनके लिए आने वाला समय मुश्किल हो सकता है।
चौथे दिन के पहले सत्र में भारतीय टीम की हालत खराब हो गई थी। सिर्फ 51 रन पर टीम इंडिया ने 5 विकेट गंवा दिए थे। चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म ने उनका साथ इस मैच में भी नहीं छोड़ा और मैच शुरू होने के ठीक आधे घंटे बाद 10 बजे आउट होकर चलते बने। उन्होंने 33 गेंदों का सामना करते हुए 22 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 3 चौके जमाए। उन्हें जैमिसन ने विकेट की पीछे ब्लंडेल के हाथों कैच करवाकर आउट किया। वहीं कप्तान अजिंक्य रहाणे भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और केवल 4 रन बनाकर आउट हो गए। 15 गेंदों में 4 रन बनाने वाले रहाणे को एजाज पटेल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। इससे पहले मयंक अग्रवाल 53 गेंदों में 17 रन बनाकर टीम साउदी का शिकार बने।
चौथे दिन के खेल की समाप्ति के पहले न्यूजीलैंड के ओपनर विल यंग का 2 रन के स्कोर पर ही एलबीडब्ल्यू आउट होना चर्चा का विषय बन गया। अश्विन की गेंद पर यंग आउट दिए गए। यंग अंपायर के फैसले के खिलाफ डीआरएस लेना चाहते थे, लेकिन वक्त खत्म होने की वजह से ऐसा नहीं कर सके। अगर उन्होंने डीआरएस ले लिया होता तो वे नॉट आउट करार दिए जाते।