दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में एक सचिन रमेश तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बेटे अर्जुन तेंदुलकर की डेब्यू सेंचुरी पर पहली प्रतिक्रिया दी है। सचिन ने खुद की पहली सेंचुरी को भी याद किया और अपने पिता की एक इमोशनल स्टोरी भी शेयर की है।
Sachin Tendulkar On Son Arjun Tendulkar. क्रिकेट की दुनिया में जब बल्लेबाजी की बात होगी तो सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे पहले आएगा। सचिन के नाम बैटिंग में इतने रिकॉर्ड्स हैं कि किसी भी बल्लेबाज के लिए वहां तक पहुंचना बेहद मुश्किल है। लेकिन बेटे अर्जुन तेंदुलकर के डेब्यू शतक पर सचिन तेंदुलकर भी फिदा हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हर पिता अपने बेटे की उपलब्धि पर इसी तरह गौरव महसूस करता है। यही वजह से सचिन ने बेटे की सेंचुरी पर पहली प्रतिक्रिया दी है और अपने दिवंगत पिता को भी याद किया है।
सचिन ने पिता को किया याद
सचिन तेंदुलकर से जब उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर के डेब्यू शतक को लेकर सवाल किया गया तो वे काफी खुश दिखाई दिए। सचिन ने एक पुरानी स्टोरी शेयर की और कहा कि जब मैं शुरूआती दिनों में क्रिकेट खेल रहा था तब किसी ने मेरे पिता को सचिन के पिता कहकर पुकारा। इसके बाद पिता के दोस्तों ने पूछा कि आपको कैसा लग रहा है। तब सचिन के पिता की आंखों में खुशी के आंसू आ गए और उन्होंने कहा कि यह उनकी लाइफ का सबसे गौरव वाला पल है। हर एक पिता की यह तमन्ना होती है कि वह अपने बच्चे के काम से पहचाना जाए। सचिन का मतलब साफ था कि आने वाले दिनों में अर्जुन को लोग सचिन का बेटा न कहकर सचिन को अर्जुन का पिता कहेंगे तो उन्हें गर्व महसूस होगा।
योगराज सिंह ने दी अर्जुन को ट्रेनिंग
गोवा की तरफ से खेलते हुए अर्जुन तेंदुलकर ने पहले ही मैच में शतक जड़कर भले ही पिता की बराबरी कर ली हो लेकिन इसमें युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह का बड़ा योगदान है। युवराज सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने फादर से पूछा कि सचिन अपने बेटे की ट्रेनिंग आपसे दिलाना चाहते हैं। योगराज सिंह इसे टाल नहीं सके और 15 दिन के लिए अर्जुन को चंडीगढ़ बुलाया। योगराज ने कहा कि 15 दिन के लिए यह भूल जाओ कि आप सचिन के बेटे हो। इसके बाद उन्होंने अर्जुन को सख्त ट्रेनिंग दी और उसका नतीजा निकला कि उन्होंने पहले ही मैच में शतक जड़ दिया। योगराज ने यह भी दावा किया है कि अर्जुन तेंदुलकर दुनिया के महान ऑलराउंडर बनेंगे।
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