India V/S England: क्या 1983 का इतिहास दोहरा पाएगा भारत? इस बार अंग्रेजों की सेना से टक्कर बेहद मुश्किल...

टी20 विश्वकप के पहले सेमीफाइनल में तो पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को हरा दिया है। वहीं दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत बनाम इंग्लैंड (India vs England) के बीच 10 नवंबर गुरूवार को खेला जाएगा। इससे पहले आईसीसी की नॉक ऑउट प्रतियोगिताओं में दोनों टीमें तीन बार भिड़ चुकी हैं। 
 

Manoj Kumar | / Updated: Nov 10 2022, 08:57 AM IST

India V/S England Semifinal. टी20 विश्वकप का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत बनाम इंग्लैंड के बीच 10 नवंबर को खेला जाएगा। यह मैच गुरूवार को दोपहर 1.30 बजे खेला जाएगा। इससे पहले दोनों टीमें आईसीसी टूर्नामेंट में तीन बार आमने-सामने आ चुकी हैं जिसमें 2 बार भारत ने जीत दर्ज की है जबकि 1 बार इंग्लैंड की टीम को जीत मिली है। भारत ने 1983 में जो पहला विश्वकप जीता था, उसका सेमीफाइनल भी भारत बनाम इंग्लैंड के बीच हुआ था। तब भारत ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को मात देकर विश्व विजेता बनने तक का सफर तय किया था। तो क्या भारत फिर से 1983 का इतिहास दोहरा पाएगा या फिर इस बार अंग्रेजों की सेना जीत जाएगी? आइए समझते हैं कि इस बार इंग्लैंड की टीम से मुकाबला मुश्किल क्यों है...

पहले जानते हैं 1983 में क्या हुआ था
1983 में विश्वकप जीतने वाली कपिल देव की टीम को सेमीफाइनल में इंग्लैंड की टीम ने चुनौती दी थी। तब भारतीय गेंदबाजों ने कमाल किया था और 60 ओवर के मैच में अंग्रेज टीम को सिर्फ 213 रनों पर रोक दिया था। बाद में 213 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने उस मैच में जीत हासिल की थी। तब संदीप पाटिल ने हाफ सेंचुरी जड़ी और भारत को जीत के दरवाजे तक पहुंचा दिया। भारतीय टीम ने इंग्लैंड की टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया और अंत में पहली बार विश्वकप का खिताब जीता। 1983 विश्वकप की जीत को आज भी लोग याद करते हैं।

अब जानिए 1987 में क्या हुआ
विश्वविजेता बनने के बाद जब अगला विश्वकप खेला गया तब भी भारतीय टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। फिर उसके सामने अंग्रेजों की सेना थी। तब तक ग्राहम गूच ने स्पिनर्स के खिलाफ स्विप शॉट खेलने का हुनर सीख लिया था। ग्राहम गूच ने इस कला को समझ लिया और उन्होंने मनिंदर सिंह-रवि शास्त्री को टारगेट किया। गूच ने 115 रनों की बड़ी पारी खेली और भारत के सामने 255 रनों का लक्ष्य रखा। भारत की तरफ से सिर्फ मोहम्मद अजहरूद्दीन ही लड़ पाए और 64 रन बनाए। पूरी टीम 219 रनों पर ऑलऑउट हो गई और भारत की टीम वह मैच 35 रनों से हार गई। इस तरह इंग्लैंड की टीम ने पिछली हार का बदला पूरा किया।

2013 के चैंपियंस ट्रॉफी में क्या हुआ
2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में पहली बार ऐसा हो रहा था कि भारत और इंग्लैंड की टीमें फाइनल में एक-दूसरे के आमने-सामने थी। तब यह मैच बारिश की वजह को सिर्फ 20 ओवरों का कर दिया गया। भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 129 रन बनाए। जब इंग्लैंड ने बैटिंग शुरू की तो 17 ओवर तक यह मुकाबला इंग्लैंड के हाथों में था। उन्हें अंतिम 16 गेंद पर सिर्फ 20 रन बनाने थे। लेकिन तभी इशांत शर्मा ने करिश्मा कर दिया और लगातार दो गेंद पर दो विकेट लेकर भारत को जीत की उम्मीद दिखा दी। फिर तो महेंद्र सिंह धोनी ने लास्ट के दोनों ओवर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा से कराए जिन्होंने भारत को वह मैच 5 रनों से जिता दिया।

क्या है इंग्लैंड का एक्स फैक्टर

टी20 विश्वकप 2022 में इंग्लैंड का सफर 
टी20 विश्वकप के पहले ही मैच में इंग्लैंड ने अफगानिस्तान को हराकर जीत के साथ आगाज किया। इसके बाद इंग्लिश टीम ने न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम को हरा दिया। बारिश से बाधित मैच में वे आयरलैंड से मैच जरूर हार गए लेकिन फिर श्रीलंका को हराकर वापसी की। सही मायनों में कहा जाए तो 2022 के विश्वकप में इंग्लैंड की टीम सिर्फ ऑस्ट्रेलिया से मैच हारी। बाकी मैचों में उसका पलड़ा भारी रहा। 

क्या है भारत का एक्स फैक्टर

टी20 विश्वकप में भारत का सफर
टी20 विश्वकप 2022 में भारत ने पहले ही मैच में पाकिस्तान को रोमांचक तरीके से हराया था। इसके बाद दूसरे मुकाबले में नीदरलैंड की टीम को मात दी। तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका से रोमांचक मैच में हार का सामना करना पड़ा। चौथा मैच भारत ने बांग्लादेश से जीता और पांचवें मैच में जिम्बाबवे को बड़ी शिकस्त दी। कुल 8 अंक के साथ भारत सेमीफाइनल में पहुंचा है।

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