टी20 विश्वकप में टीम इंडिया सेमीफाइनल (T20 World Cup Semifinal) में पहुंच चुकी है। सुपर-12 स्टेज के 5 मैचों में 4 मैच जीतकर भारतीय टीम (Team India) शानदार तरीके से सेमीफाइनल में पहुंची है। टीम के यहां तक पहुंचने में भारतीय टीम की कुछ चमत्कारिक पारियां, शानदार बॉलिंग स्पेल, जरूरी कैचेज का भी हाथ है।
Team India T20 World Cup. टी20 विश्वकप में जब टीम इंडिया का सफर शुरू हुआ और पहले ही मैच में रोमांच की सारी हदें पार हो गईं, तभी लगा कि टीम में लड़ने का माद्दा है। फिर मैच दर मैच टीम और मजबूत होती गई। टॉप ऑर्डर ने भले ही शुरूआती कुछ ओवर्स में आक्रामक खेल नहीं दिखाया लेकिन टीम ने अंतिम 5 ओवर्स हर मैच में शानदार तरीके से खत्म किया। यही वजह रही कि लीग स्टेज पर 5 में से 4 मैच टीम इंडिया ने जीते। दक्षिण अफ्रीका से जो मैच भारतीय टीम हारी, वह भी अंतिम ओवर तक चला और डेविड मिलर-मार्करम की शानदार बैटिंग की वजह से भारत को हार का सामना करना पड़ा। टीम के सेमीफाइनल तक पहुंचने में कई फैक्टर हैं, जो सही मौके पर सही तरीके से काम कर गए। आइए जानते हैं टीम के सेमीफाइनल तक पहुंचने की 5 मुख्य वजहें क्या हैं...
1 - सूर्या-कोहली का फॉर्म-राहुल का कमबैक
टी20 विश्वकप के पहले ही मैच में विराट कोहली ने ऐतिहासिक पारी खेलकर अपनी फॉर्म और फिटनेस को लोहा मनवाया। इसके बाद तो विराट कोहली ने बैक टू बैक हाफ सेंचुरी जड़कर टीम को जीत दिलाई। विराट के प्रचंड फॉर्म के साथ ही सूर्यकुमार यादव ने दुनिया को अपनी बैटिंग का जलवा दिखाया। पाकिस्तान के खिलाफ 15 रनों की संक्षिप्त पारी हो साउथ अफ्रीका के खिलाफ 50 प्लस रन सूर्यकुमार यादव हर मैच में ताबड़तोड़ बैटिंग की और टीम को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। जिम्बाबवे के खिलाफ 25 गेंद पर 61 रनों की तूफानी पारी में गजब की शॉट मारने वाले सूर्यकुमार यादव दुनिया के नंबर 1 टी20 बैटर बन चुके हैं। इन दोनों के अलावा केएल पिछले दो मैचों में हाफ सेंचुरी ठोंक चुके हैं और अगले दो मुकाबलों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। टीम की बैटिंग लाइनअप इतनी स्ट्रांग है कि हार्दिक पंड्या तक कोई भी एक बल्लेबाज चल जाए तो विपक्षी खेमे में हड़कंप मचा सकता है।
2 - कमाल के कैच-दमदार फील्डिंग
टीम इंडिया के सेमीफाइनल तक पहुंचने में फील्डिंग और कैचिंग का स्तर भी बेहद शानदार रहा। विराट कोहली का बाउंड्री लाइन पर एक हाथ से पकड़ा गया कैच हो या फिर सूर्यकुमार यादव के कैच, सभी ने मैच में भारत की वापसी कराई। पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ तो सूर्यकुमार यादव ने 4 हाई कैच पकड़े जिनको पकड़ना आसान नहीं होता। जिम्बाबवे के खिलाफ भुवनेश्वर कुमार की पहली ही गेंद पर विराट ने जो कैच पकड़ा और फिर मीलिट्री स्टाइल में सलामी दागी, वह देखकर कोई भी कह सकता है कि इस खिलाड़ी की फिटनेस शानदार है। टीम में सूर्यकुमार यादव, विराट कोहली, एक मैच में दीपक हुडा, हार्दिक पंड्या ने शानदार कैच लिए और भारत ने मैच जीते।
3 - शमी के पावर ओवर-अर्शदीप के बाउंसर
टीम इंडिया जसप्रीत बुमराह के बिना ऑस्ट्रेलिया पहुंची तो टीम के सामने सबसे बड़ी समस्या डेथ ओवर्स की बॉलिंग थी। एशिया कप के अलावा ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में टीम की बॉलिंग 19वें और 20वें ओवर में पटरी से उतरती दिखी। लेकिन प्रैक्टिस मैच में मोहम्मद शमी ने 20वें ओवर में जिस तरह की गेंदबाजी करके 4 विकेट झटके वह टीम के आगे के सफर के लिए बूस्टर डोज साबित हुआ। शमी को जब भी डेथ ओवर्स में बुलाया गया, उन्होंने न सिर्फ किफायती बॉलिंग की बल्कि विकेट भी चटकाए। शमी के अलावा अर्शदीप सिंह ने शुरूआती ओवर्स में गजब की बॉलिंग की और अपने सटीक बाउंसर्स से सामने वाली टीमों को परेशान किया। अर्शदीप ने विकेट भी चटकाए और शानदार बॉलिंग की। वहीं पांचवें गेंदबाज की भूमिका में हार्दिक पंड्या ने बेहतरीन साथ निभाया।
4 - मैच के टर्निंग प्वाइंट
5 - कंट्रोवर्सी भी जमकर हुई
भारत बनाम पाकिस्तान के मैच में नो बॉल कंट्रोवर्सी ने दुनिया भर का ध्यान खींचा। नियमों के अनुसार विराट कोहली ने जिस गेंद पर छक्का मारा वह नो बॉल थी और फिर फ्री हिट पर बोल्ड होने के बाद भी 3 रन लेना पाकिस्तान के गले नहीं उतरा। जबकि आईसीसी नियमों के तहत फ्री हिट की बॉल डेड बॉल नहीं होती और रन लिए जा सकते हैं। इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ भी नो बॉल को लेकर काफी हो-हल्ला मचा। बांग्लादेश के विकेटकीपर ने तो विराट पर फेक फील्डिंग का भी आरोप लगाया। इन कंट्रोवर्सीज की वजह से भी भारत के टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने का सफर फैंस को हमेशा याद रहेगा।
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