Team India Experiments: प्रयोगों के पिटारे से नहीं निकल रही जीत, कब तक टीम इंडिया हार से सीखना जारी रखेगी?

Published : Dec 05, 2022, 04:49 PM IST
Team India Experiments: प्रयोगों के पिटारे से नहीं निकल रही जीत, कब तक टीम इंडिया हार से सीखना जारी रखेगी?

सार

बांग्लादेश के खिलाफ पहले वनडे मैच में मिली हार (Bangladesh Beat Team India) के बाद फैंस का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सोशल मीडिया पर कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और टीम मैनेजमेंट की गलतियों के लेकर फैंस कमेंट्स कर रहे हैं।  

Team India Experiments. भारत बनाम बांग्लादेश के बीच खेला गया पहला वनडे मैच टीम इंडिया 1 विकेट से हार गई। रोमांचक मुकाबले में एक वक्त भारतीय टीम मैच जीतने के करीब पहुंच चुकी थी लेकिन उसके बाद कप्तानी से लेकर फील्डिंग तक में हुई गलतियों ने भारत को बड़ी हार दे दी। इसके बाद तो सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस का गुस्सा फूट पड़ा। कोई रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर सवाल उठा रहा है तो कोई टीम इंडिया में चल रहे प्रयोगों के बारे में पूछ रहा है। एक यूजर ने तो यहां तक कहा कि यह ऐसी पहली टीम बन गई है जो पहले प्रयोग करती है और मैच हारती है, उसके बाद कप्तान कहते हैं कि हमने हार से बहुत कुछ सीखा है।

पहले टीम की गलतियों को समझ लें
टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भारतीय गेंदबाजों का उस वक्त सही प्रयोग नहीं किया, जब उन्हें करना चाहिए था। जब बांग्लादेश की टीम 186 रनों का पीछा कर रही थी तब भारतीय गेंदबाजों ने शानदार स्पेल डालकर भारत को मैच में पूरी तरह से वापस ला दिया। एक समय बांग्लादेश की टीम 136 रन पर 9 विकेट गंवा चुकी थी और जीत उनसे अभी भी 50 रन दूर थी। उस वक्त तक बांग्लादेश की टीम इतनी दबाव में थी उन्हें बाउंड्री लगाए 100 गेंद से ज्यादा हो गए थे। तब 5 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट लेने वाले वाशिंगटन सुंदर को गेंदबाजी नहीं दी गई जो बाएं हाथ के बांग्लादेशी बल्लेबाजों के खिलाफ शानदार गेंदबाजी कर रहे थे। जब पॉवर प्ले शुरू हुआ तो टीम के कैप्टन ने पेसर्स को गेंद दी जिस पर मेहदी हसन ने 2 छक्के और 3 चौके जड़कर सारा दबाव खत्म कर दिया।

केएल राहुल की कीपिंग और फील्डिंग
क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि टीम में स्पेशलिस्ट विकेटकीपर के तौर पर ईशान किशन मौजूद हैं, जो बेहतरीन फार्म में भी हैं लेकिन टीम को प्रयोग करना था तो उन्होंने विकेट कीपिंग की जिम्मेदारी केएल राहुल को सौंप दी। राहुल ने बैटिंग तो अच्छी की लेकिन जब उन्हें कैच पकड़ना चाहिए था और अंतिम विकेट आउट होना था, तभी उन्होंने एक आसान सा कैच टपका दिया। उस वक्त ऐसे लगा जैसे वे गेंद को पकड़ना ही नहीं चाहते थे। बाकी की कसर फील्डर्स ने पूरी कर दी। वाशिंगटन सुंदर ने लास्ट मोमेंट पर जब एक-एक रन बचाने की दरकार थी, तब आसान सा चौका छोड़ दिया। इतना ही नहीं एक कैच भी सुंदर के हाथ से फिसल गया जिसने अंततः भारत के हाथ से जीत ही फिसला दी। 

कब तक होते रहेंगे प्रयोग
क्रिकेट फैंस का सीधा सवाल बीसीसीआई से है कि टीम में 30 खिलाड़ी खिलाने के बाद भी बांग्लादेश जैसी टीम से हारने के बाद टीम क्या सीख रही है। एक यूजर ने कहा कि कभी ओपनर को मिडिल ऑर्डर में भेज रहे हैं। कभी मिडिल ऑर्डर के बैट्समैन से ओपनिंग करा रहे हैं। हर मैच में एक-दो खिलाड़ी डेब्यू भी कर रहे हैं लेकिन नतीजा हार का ही सामने आ रहा है। टी20 विश्वकप में हार का बड़ा कारण भी टीम में प्रयोग जारी रहना पाया गया। वह सिलसिला अभी चल ही रहा है जबकि सामने वनडे विश्वकप है, जो भारत में ही खेला जाने वाला है। यूजर्स का कहना है कि एक बार पूरी टीम ही बदल कर देख लेना चाहिए, क्योंकि हो सकता है कि जीत का मंत्र वहीं छिपा हो।

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