ओखला सीटः बीजेपी के सारे दांव हुए फेल, अमानतुल्लाह की सबसे बड़ी जीत, मिले 80 हजार से अधिक वोट

ओखला विधानसभा सीट शाहीन बाग की वजह से चर्चा में थी। इस सीट पर आप पार्टी के अमानतुल्लाह खान ने सबसे अधिक वोटों से जीत हासिल की है। अमानतुल्लाह खान को 80 हजार से अधिक वोट मिले हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2020 1:20 PM IST / Updated: Feb 11 2020, 06:53 PM IST

नई दिल्ली. ओखला विधानसभा सीट शाहीन बाग की वजह से चर्चा में थी। इस सीट पर आप पार्टी के अमानतुल्लाह खान ने सबसे अधिक वोटों से जीत हासिल की है। अमानतुल्लाह खान को 80 हजार से अधिक वोट मिले हैं। वहीं, भाजपा के उम्मीदवार ब्रह्मा सिंह दूसरे नंबर पर थे। शुरुआती गणना के दौरान भाजपा के उम्मीदवार आगे थे। लेकिन बाद में बाजी पलटी और आप पार्टी के उम्मीदवार और मौजूदा विधायक अमानतुल्लाह खान ने 80 हजार से अधिक वोटों से बाजी मार ली।

ओखला दिल्ली विधानसभा की सामान्य सीट है। ये विधानसभा सीट पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। ओखला विधानसभा सीट के लिए 1993 से अब तक छह बार विधानसभा के चुनाव हुए हैं। यहां से चार बार कांग्रेस और एक बार आप के उम्मीदवार चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। जबकि इस सीट पर 2009 में हुए उप चुनाव में आरजेडी को जीत मिली थी। 2020 विधानसभा चुनाव के लिए ओखला में आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। इस विधानसभा सीट पर आप ने अपने विधायक अमानतुल्लाह खान को मौका दिया है। जबकि बीजेपी की ओर से ब्रह्मा सिंह और कांग्रेस के टिकट पर परवेज हाशमी मैदान में हैं।

पुराने कांग्रेसी पर बीजेपी ने फिर जताया भरोसा

जनता दल के उम्मीदवार रहे परवेज हाशमी ने 1993 में यहां पहली बार जीत हासिल की थी। इसके बाद 1998 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। जिसके बाद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। यह जीत का क्रम 2008 तक जारी रहा। जिसके बाद 2009 में हुए उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार आशिफ मुहम्मद खान ने जीत हासिल की। बाद में 2013 विधानसभा चुनाव के दौरान आशिफ मुहम्मद कांग्रेस में शामिल हो गए। इस चुनाव में आशिफ मोहम्मद को जीत मिला। जिसके बाद 2015 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्लाह खान को अपना उम्मीदवार बनाया। जिसमें अमानतुल्लाह खान ने रिकॉर्ड 1,04,271 वोट हासिल किए। जबकि बीजेपी के उम्मीदवार ब्रह्मा सिंह 39,739 मत हासिल कर दूसरे नंबर पर रहे। 

जीत के लिए तरस रही बीजेपी

दिल्ली विधानसभा चुनाव का यह सातंवा दौर होगा जब दिल्ली की जनता नए कार्यकाल के लिए विधायक का चुनाव करेगी। इन सब के बीच ओखला सीट पर अभी तक बीजेपी को जीत हासिल नहीं हुई है। ऐसे में इस बार बीजेपी ओखला सीट पर जीत हासिल करने के लिए जी जान से जुटी हुई है। कांग्रेस का अपने ही गढ़ में 2015 के चुनाव में वोट प्रतिशत घटा है तो वहीं, बीजेपी के वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी हुई है।

ओखला दिल्ली का एक प्रमुख औद्योगिक इलाका है। यह ओखला इंडस्ट्रियल एरिया या ओखला इंडस्ट्रियल एस्टेट के नाम से भी जाना जाता है और तीन फेज में बंटा हुआ है। यहां कई औद्योगिक इकाइयां हैं। यह हरियाणा की सीमा के नजदीक है और जामिया मिल्लिया इस्लामिया व कालिंदी कुंज भी इसके निकट ही है। वैसे तो यहां कई तरह की चीजों का उत्पादन होता है, लेकिन धागों के निर्माण के लिए फेमस है। ओखला पक्षी अभयारण्य के लिए भी प्रसिद्ध है। यह 3.5 किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यह ओखला बैराज क्षेत्र में है। यहां देशी और विदेशी, दोनों तरह के पक्षी आते हैं। 

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