
अहमदाबाद। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में शनिवार का दिन भाजपा के लिए राज्य में थोड़े नुकसान और कुछ फायदे वाला साबित हुआ। दरअसल, पार्टी के कद्दावर नेता रहे जयनारायण व्यास ने सुबह पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। चुनाव के दौरान व्यास का जाना, पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं था। हालांकि, भाजपा ने शाम तक इसकी भरपाई कर ली और पटेल समुदाय के बड़े नेता और कांग्रेस लीडर हिमांशु पटेल को पार्टी में शामिल करा लिया।
बहरहाल, चुनाव के बीच राजनीतिक पार्टियों में दल-बदल अभियान शुरू हो चुका है। इसी क्रम में शनिवार को कांग्रेस से इस्तीफा देकर वरिष्ठ नेता हिमांशु पटेल भाजपा में शामिल हो गए। हालांकि, चुनाव के समय नेताओं का पार्टी छोड़कर जाना बड़े सदमे की तरह होता है। ऐसे में नेताओं को मनाने की कोशिश हर राजनीतिक में शुरू हो गई है। आलाकमान इन्हें रोकने के लिए हर पॉलिसी अपना रहे हैं। यह भी कयास लगाया जा रहा है कि प्रत्याशियों की हार-जीत पर दल बदल का असर होने वाला हैं।
1984 से राजनीति में सक्रिय हैं हिमांशु
इस दौरान सुरेंद्रनगर सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं ऑल इण्डिया कांग्रेस कमेटी के सचिव हिमांशु भाजपा में शामिल हो गए हैं। हिमांशु पटेल ने 1984 से राजनीति में प्रवेश किया। वे 1989 से 1995 तक एनएसयूआई गुजरात के अध्यक्ष भी थे। हालांकि, कांग्रेस के लिए भी राहत की खबर ये है कि करीब दो महीने पहले पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए पूर्व विधायक इंद्रनील राजगुरु एक बार फिर पार्टी में लौट आए। माना जा रहा है कि इंद्रनील के आने से कांग्रेस को सौराष्ट्र में मजबूती मिलेगी।
व्यास किस पार्टी में शामिल होंगे, इस पर सबकी नजर
इस दल-बदल अभियान में कांग्रेस या आम आदमी पार्टी को ही झटका लगा है ऐसा भी नहीं हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता जयनारायण व्यास भी इस्तीफा देकर कांग्रेस या भाजपा में शामिल होने के लिए दरवाजा खटखटा सकते हैं। वे हाल ही में सोनिया गांधी, अशाेक गहलोत और रघु शर्मा से मिल चुके हैं। इसके अलावा वे दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकत कर चुके हैं।
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