Gujarat Assembly Election 2022: पंजाब की भगवंत मान सरकार और उनके विधायकों पर आरोप है कि वे दो महीने से गुजरात में डेरा डाले हुए हैं। पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की मानें तो वे भाजपा की मदद कर रहे।
गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान के लिए वैसे तो सभी राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे और पूरी जोर आजमाइश कर रहे हैं, मगर राजनीतिक बयानबाजी आप और भाजपा के बीच ज्यादा दिखाई दे रही है। साथ ही, आम आदमी पार्टी जमीनी स्तर पर भी चुनाव प्रचार में ताकत झोंक रखी हैं। पार्टी ने गुजरात चुनाव में दिल्ली और पंजाब दोनों ही जगह के नेताओं को मैदान में उतारा है।
दरअसल, पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को हुई, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय थी। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर को हुई। गुजरात विधानसभा चुनाव में दोनों चरणों के लिए नामांकन का दौर समाप्त हो चुका है। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। पहले चरण के लिए प्रचार अभियान 29 नवंबर की शाम पांच बजे खत्म होगा। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर थी।
मान हफ्ते में पांच दिन गुजरात में और दो दिन पंजाब में
आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई रोड शो और रैलियां कर रहे हैं, जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी कैबिनेट के कई मंत्री तथा विधायक गुजरात में ही कई दिन से डेरा डाले हुए हैं। आप सूत्रों की मानें तो भगवंत मान हफ्ते में पांच दिन गुजरात में बीता रहे, जबकि दो दिन वे पंजाब का कामकाज देख रहे हैं। गुजरात के वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए हर तरह की कोशिशें की जा रही है। कैंपों में भांगड़ा संगीत बजाए जा रहे, पंजाबी गाने बजाए जो रहे और दावे-वादे तो खैर हैं ही।
नाराज विपक्ष कह रही भाजपा की मदद कर रही आप
पंजाब में डेरा बस्सी के विधायक कुलजीत सिंह को हफ्ते में पांच दिन गुजरात में रहने को कहा गया है। उन्हें नादियाड और आणंद में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, पंजाब से सरकार के गायब रहने पर भाजपा, अकाली दल और कांग्रेस जमकर निशाना साध रहे हैं। सरकार के गैरहाजिर रहने पर आप पार्टी और भगवंत मान की आलोचना की जा रही है। कांग्रेस नेता और पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की मानें तो पिछले दो महीने से भगवंत मान और उनकी कैबिनेट तथा विधायक राज्य में नहीं हैं। दरअसल, ये लोग गुजरात में जाकर भाजपा की मदद कर रहे हैं और सत्ता विरोधी लहर को कमजोर कर रहे हैं।
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